आज से पर्यटकों के लिए खुली चौरासी कुटिया 

आज से पर्यटकों के लिए खुली चौरासी कुटिया 
आज से पर्यटकों के लिए खुली चौरासी कुटिया 

ऋषिकेश। विश्वविख्यात महर्षि महेश योगी की भावातीत चौरासी कुटिया देशी, विदेशी पर्यटकों की लिए शुक्रवार (आज) से खुल गई। आज सुबह 11 बजे चौरासी कुटिया के द्वार खोले गए। इस दौरान संरक्षक टाइगर पुनीत तोमर, वार्डन ललिता टम्टा और रेंजर बीपी शर्मा मौजूद रहे। आज पहले दिन गिनती के ही पर्यटक चौरासी कुटिया पहुंचे। कोरोना काल के कारण बीते छह महीने से चौरासी कुटिया बंद थी।  राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के गौंहरी रेंज अधिकारी बृजविहारी शर्मा ने बताया कि पहले अनुमान लगाया जा रहा था कि चौरासी कुटिया के द्वार 15 अक्तूबर को खुलेंगे, लेकिन शासन स्तर से इसे हरी झंडी नहीं मिलने के कारण अब 16 अक्तूबर को इसे खोला गया। यहां ध्यान के लिए वर्ष 1957 में किया था आश्रम का निर्माण:  योगगुरु महर्षि महेश योगी ने पार्क क्षेत्र में योग, ध्यान के लिए वर्ष 1957 में यहां आश्रम का निर्माण किया था। वन विभाग से लीज में भूमि लेने के बाद योगगुरु ने यहां भावतीत और योगध्यान के लिए योग नगरी का निर्माण किया। लगभग वर्ष 1984 में योगगुरु यह आश्रम छोडक़र नीदरलैंड चले गए। पार्क प्रशासन ने फिर इस पर अपना स्वामित्व जमा दिया। कोरोनाकाल के कारण मार्च से यह कुटिया बंद थी। चौरासी कुटिया में प्रवेश के लिए पार्क प्रशासन ने पर्यटकों के लिए शुल्क निर्धारित किया है। यहां विदेशी पर्यटकों के लिए छह सौ और देशी पर्यटकों के लिए तीन सौ रुपये शुल्क है। इसके अलावा छात्र-छात्राओं के लिए दो सौ रुपये शुल्क निर्धारित किया हुआ है।