फिर शुरू हुआ सतपाल महाराज के खिलाफ बीरोंखाल में आंदोलन, जानें क्यों आंदोलित है जनता?
-14 गांव के लोगों ने फिर शुरू किया आंदोलन
-बैजरो बएडा सड़क के डामरीकरण की मांग
-10 साल पुरानी सड़क को पक्का करने की मांग
-कोरोनाकाल के बाद फिर आंदोलन
-14 गांव को जोड़ती है 15 किलोमीटर लंबी सड़क
-करीब 2500 वोटर हैं इन गांव में
-चुनाव में बीजेपी के बहिष्कार का ऐलान
-मंत्री सतपाल महाराज से बेहद नाराज है जनता
पौड़ी गढ़वाल: जिले के चौबट्टाखाल विधानसभा के 14 गाँव के लोगो ने सड़क को लेकर फिर आंदोलन शुरू कर दिया है। बीरोंखाल ब्लॉक के ये लोग एक साल से बैजरो बएडा सड़क के डामरीकरण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। कोरोना काल मे इन लोगो ने आंदोलन बंद कर रखा था लेकिन अब कोरोना का असर पहाड़ में लगभग खत्म हुआ तो आंदोलन फिर शुरू हो गया। इन लोगो का कहना है कि सतपाल महाराज इलाके के विधायक हैं और लोक निर्माण विभाग के मंत्री भी हैं तब भी बैजरो बएडा सड़क की वे सुध नहीं ले रहे हैं। सड़क को बने 10 साल हो गए हैं लेकिन अभी तक इसका डामरीकरण नहीं किया गया है। इलाके के लोग इस मांग को दर्जनों बार सतपाल महाराज के सामने रख चुके हैं और उनको हर बार झूठा आश्वासन दिया जाता है। करीब एक महीने पहले जब महाराज बैजरो आये थे तब भी उनको लिखित ज्ञापन सौंपा गया था। पिछले 4 साल में सतपाल महाराज को 7-8 बार लिखित ज्ञापन सौंपे गए और उन्होंने हर बार आश्वासन दिया कि सड़क को पक्का कर लिया जाएगा लेकिन उनके आश्वासन झूठे साबित हुए।
अब आंदोलनरत लोगो का कहना है कि अगर सड़क को पक्का करने का शासनादेश जारी नहीं किया गया तो इलाके से एक वोट भी bjp को नहीं मिलेगा।सड़क को पक्का करने की मांग को लेकर हो रहे इस आंदोलन में डुमलोट, कफलगैर, डाबर, भिड़कोट, बएडा आदि गांव के लोग शामिल हैं। इन लोगों की ये भी मांग है कि इस सड़क को सराईखेत तक जोड़ा जाए। लोगो का कहना है कि आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। अगर मांग पूरी नहीं की गई तो जल्दी 14 गांव की महापंचायत बुलाई जाएगी और फिर महिलाएं, बच्चे, पुरुष देहरादून के लिए पैदल मार्च करेंगे।