स्वास्थ्य मंत्री ने डायरिया और हैजा की रोकथाम के लिए बलौंगी से घर-घर जागरूकता अभियान की शुरुआत की

स्वास्थ्य मंत्री ने डायरिया और हैजा की रोकथाम के लिए बलौंगी से घर-घर जागरूकता अभियान की शुरुआत की

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने जिले के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र बलौंगी में डायरिया और हैजा से बचाव के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया। अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, मोहाली के मेडिकल छात्र और प्रशिक्षु और अन्य कॉलेजों के नर्सिंग छात्र घर-घर संपर्क करके निवासियों को जलजनित और वेक्टर जनित बीमारियों से बचाने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा शुरू की गई आईईसी गतिविधि में शामिल हुए।

इसके अलावा, बलौंगी और बड़माजरा क्षेत्रों का दौरा करते हुए 2.5 लाख क्लोरीन गोलियों की एक नई खेप का वितरण भी शुरू किया गया। मंत्री ने आश्वासन दिया कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग लोगों को डायरिया और अन्य जलजनित बीमारियों से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। टीमें पानी को कीटाणुरहित करने के लिए उचित निर्देशों के साथ इन गोलियों को वितरित करेंगी।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बीमारी को आगे बढ़ने से रोकने के लिए नियमित मुफ्त चिकित्सा जांच शिविर जारी हैं। डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि जिले में 21 जांच शिविर आयोजित किये गये। डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए बलौंगी से एक एम्बुलेंस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने वाली टीमों से बातचीत की और उनसे लोगों को स्वास्थ्य देखभाल के बारे में अधिक जागरूक करने को कहा।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने प्रशासन और अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं।

डायरिया और हैजा से बचाव के लिए आशा कार्यकर्ताओं, मेडिकल और नर्सिंग छात्रों की टीमें बनाकर घर-घर जाकर ओआरएस पैकेट, जिंक की गोलियां बांटी गईं। पेयजल को कीटाणुरहित करने के लिए क्लोरीन की गोलियां भी वितरित की जा रही हैं। क्षेत्र में बोतलबंद पानी के अलावा स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पानी के टैंकर लगाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि बाढ़ के बाद जलजनित एवं वेक्टर जनित रोग फैलने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. प्रसार को रोकने के लिए उबला हुआ पानी और ताजा पका हुआ भोजन लेने के अलावा रुके हुए पानी को बाहर निकालना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इसी तरह फॉगिंग से भी मच्छरों के लार्वा को रोकने में मदद मिलती है।

कैबिनेट मंत्री ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों और मेडिकल कॉलेज के संकाय को डायरिया प्रभावित लोगों की देखभाल करने और उनके स्वास्थ्य पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरत पड़ने पर अधिक मोबाइल मेडिकल टीमों और एम्बुलेंस के अलावा सरकारी अस्पतालों में बिस्तर क्षमता बढ़ाने का निर्देश दिया।

जिला योजना बोर्ड की चेयरपर्सन प्रभजोत कौर, एसडीएम मोहाली सरबजीत कौर, सिविल सर्जन डॉ. महेश कुमार आहूजा, सहायक निदेशक डॉ. गगनदीप सिंह ग्रोवर, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरिंदरपाल कौर, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. गिरीश डोगरा और अन्य अधिकारी।