पंजाबी की जेलों का सबसे बड़ा सुधार कार्यक्रम चला रही मान सरकार

पंजाबी की जेलों का सबसे बड़ा सुधार कार्यक्रम चला रही मान सरकार

मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य को अपराध मुक्त बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी दिशा में प्रदेश की जेलों को सुधार गृह बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने सबसे पहले कदम उठाया है।

पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की जेलों को नशामुक्त और मोबाइल फोन मुक्त बनाने के लिए लगातार औचक निरीक्षण किया जा रहा है।

प्रवक्ता ने बताया कि जेल में नशीला पदार्थ और मोबाइल फोन पहुंचाने वाले जेल विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गयी है और अब तक की जांच के दौरान बंदियों से 4716 मोबाइल फोन जब्त किये गये हैं जो कि विगत वर्षों में सबसे बड़ी संख्या है।

उन्होंने कहा कि बंदियों के सुधार के लिए 15 सितंबर 2022 से परिवार का दौरा 'गलवाकाडी' शुरू किया गया है, जिसके तहत अच्छे व्यवहार वाले कैदियों के परिवार का दौरा किया जाता है ताकि कैदियों को अपराध का रास्ता छोड़ने और अपने जीवन में सुधार करने के लिए राजी किया जा सके। परिवारों से मिलन के लिए। अब तक सभी जेलों में 7497 बंदियों के परिवार से मुलाकात की जा चुकी है।

उन्होंने कहा कि जेल विभाग ने पंजाब की जेलों में बंद सभी कैदियों (करीब 30 हजार कैदी) की ड्रग स्क्रीनिंग की है, ताकि यह पता चल सके कि ऐसे कितने कैदी हैं जो नशा करते हैं और इन कैदियों का बेहतर इलाज हो रहा है।

नशामुक्ति की रणनीति तैयार करने और लागू करने के लिए पंजाब जेल के बंदियों का ड्रग यूज एंड ट्रीटमेंट सर्वे, 2022 भी कराया गया है। इस सर्वे में कुल 86 सवाल थे जिन्हें पंजाब और चंडीगढ़ के विभिन्न विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक केंद्रों के शिक्षकों से बनी एक समिति ने तैयार किया था. इस सर्वे की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।