पंजाब का पहला कामकाजी महिला छात्रावास जालंधर में बनाया जाएगा
कामकाजी महिलाओं की सुविधा के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने रविवार को जालंधर के गांधी वनिता आश्रम में अपनी तरह के पहले कामकाजी महिला छात्रावास का शिलान्यास किया।
इस छात्रावास के पीछे का विचार लगभग 100 कामकाजी महिलाओं को 2.17 करोड़ रुपये की लागत से सुरक्षित और सुविधाजनक आवास प्रदान करना था।
यहां बच्चों की देखभाल के लिए क्रेच की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी ताकि कामकाजी महिलाएं सुचारू रूप से अपना कर्तव्य निभा सकें।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के इस फ़ैसले को ऐतिहासिक पहल बताते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए विभाग द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने विभिन्न शहरों में कामकाजी महिलाओं के छात्रावास स्थापित करने की योजना बनाई है और यह योजना आज जालंधर से शुरू की गई है।
कैबिनेट मंत्री ने आगे कहा कि यह योजना कामकाजी महिलाओं को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के अलावा उनमें आत्म-सम्मान की भावना पैदा करने में मदद करेगी।
मंत्री ने कहा कि सुरक्षित और सुविधाजनक आवास की कमी के कारण कई महिलाएं अपने घरेलू शहरों से बाहर काम नहीं कर पाती हैं, जो महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में बाधक है।