किसान नेता राकेश टिकैत ने दिया गंगा रक्षा आंदोलन को समर्थन, स्वामी शिवानंद से की मुलाकात

किसान नेता राकेश टिकैत ने दिया गंगा रक्षा आंदोलन को समर्थन, स्वामी शिवानंद से की मुलाकात
किसान नेता राकेश टिकैत ने दिया गंगा रक्षा आंदोलन को समर्थन, स्वामी शिवानंद से की मुलाकात

रिद्वार : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गंगा रक्षा को लेकर 24 जनवरी से अनशनरत मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद का समर्थन किया है। उन्होंने उत्तराखंड शासन व हरिद्वार प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसान गंगा रक्षा को लेकर मातृ सदन के आंदोलन के साथ खड़े हैं।
स्वामी शिवानंद के अनशन के 18वें दिन गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत स्वामी शिवानंद को समर्थन देने मातृ सदन पहुंचे। रायवाला से भोगपुर तक पूर्ण खनन बंदी और गंगा के पांच किमी के दायरे में संचालित स्टोन क्रशर को बंद किए जाने की मांग को लेकर मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद अनशन पर हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि मातृ सदन काफी समय से गंगा को बचाने के लिए आंदोलित है। गंगा का अस्तित्व कैसे बचे और खनन पर प्रभावी रोक कैसे लगे इसके लिए मातृ सदन और उनके ब्रह्मचारी पिछले काफी समय से आंदोलित हैं। लेकिन, शासन- प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रहा। इसके लिए एकजुट होकर लड़ाई लड़ी जाएगी।
13 महीने आंदोलन के बाद भी बताना पड़ेगा वोट किसे देना है
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि वह किसानों के साथ हैं। किसी भी पार्टी की सरकार बने उससे किसानों को कोई लेना देना नहीं। लेकिन, जो भी सरकार बने वह किसान और जनता की हितैषी हो। मातृ सदन पहुंचे टिकैत ने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा कि दिल्ली में 13 महीने आंदोलन चलाने के बाद भी यह बताना पड़ेगा कि वोट किसे देना है। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने से किसानों को कोई खास फायदा नहीं होने वाला। सरकार यदि किसानों का भला चाहती है तो उसे बहुत सारे सेक्टर खोलने होंगे। फसलों की उचित कीमत देनी होगी। किसानों की मांग है कि एमएसपी को कानूनी गारंटी दी जाए और तय एमएसपी से नीचे खरीद गैर कानूनी हो। यदि एमएसपी पर गारंटी कानून नहीं लाया गया तो चुनाव बाद किसान देशभर में आंदोलन को बाध्य होंगे।