कानूनी कार्रवाई से भौखलाई अकाली दल, पंजाब सरकार पर लगाया मीडिया विरोधी होने का झूठा आरोप

कानूनी कार्रवाई से भौखलाई अकाली दल, पंजाब सरकार पर लगाया मीडिया विरोधी होने का झूठा आरोप

खुद के ऊपर कानूनी कारवाई से परेशान अकाली दल ने पंजाब सरकार द्वारा विधानसभा में स्थानीय भाषा के प्रकाशनों और मीडिया घरानों (पंजाबी भाषा) के पत्रकारों को प्रवेश देने से मना करने की निंदा की।

 बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि इस कदम ने आप के पंजाबियों के संरक्षक होने के खोखले दावों की पोल खोल दी है।

डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि बजट सत्र के पहले दिन जिस तरह पत्रकारों को विधानसभा में प्रवेश करने से रोका गया वह काफी चौंकाने वाला है।

मजीठिया ने कहा कि हालांकि आप ने खुद को मातृभाषा का संरक्षक बताया, लेकिन उसने पंजाबी पत्रकारों को प्रवेश देने से मना कर दिया।

आप सरकार ने आरोपों को बेबुनियाद बताया हैं। सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि दरअसल सच तो ये है कि वहां केवल कुछ ही पत्रकारों और प्रकाशनों की एंट्री बैन थी जिन का पंजीकरण वैद्य नहीं है। ऐसे में अकाली दल लोगों को भड़काने के लिए ऐसे झूठे आरोप लगा रही है। यदि आप मीडिया विरोधी होती तो सरकारी विज्ञापन न दिए जाते। मजीठिया केवल अपने ऊपर कानूनी कार्रवाई से हुई खुन्नस के चलते ऐसा कर रहे हैं।