योगी सरकार ने मनाया बेटी के जन्म का जश्न, बच्चियों और उनकी माताओं को दिए गए उपहार

योगी सरकार ने मनाया बेटी के जन्म का जश्न, बच्चियों और उनकी माताओं को दिए गए उपहार
Demo Pic

लखनऊ:महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता के साथ प्रदेश में योगी सरकार के व्यापक अभियान मिशन शक्ति का तीसरा चरण शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।

सीएम के निर्देशानुसार सभी वर्गों के लाभ को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम तैयार किए गए हैं। अभियान के पहले और दूसरे चरण की सफलता के बाद 'मिशन शक्ति 3.0' का नया चरण शुरू होने जा रहा है। 21 अगस्त और दिसंबर तक चलेगा।

अभियान के तीसरे चरण के तहत महिला कल्याण विभाग की ओर से 7 अगस्त से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। महिला कल्याण विभाग के निदेशक मनोज राय ने कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें विकास के पथ पर ले जाने के लिए मिशन शक्ति जैसा मेगा अभियान शुरू किया है। 

"राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा, गरिमा और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है जिसके तहत "मिशन शक्ति" के सकारात्मक परिणाम देखे गए हैं। विभाग की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के साथ-साथ महिलाओं और बेटियों को सरकार की योजनाओं से जोड़ने का काम किया जा रहा है। 

महिलाओं ने उठाई अपने हक की आवाज

मिशन शक्ति के तीसरे अभियान की शुरुआत महिला कल्याण विभाग ने हक की बात कार्यक्रम से की थी। जिसके तहत सभी जिलों में आयोजित संवाद कार्यक्रम के माध्यम से जिलाधिकारी व डीपीओ ने किशोरियों व महिलाओं से दो घंटे तक संवाद कर यौन शोषण, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, कार्यस्थल पर लैंगिक हिंसा और दहेज उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर चर्चा की. .

महिलाओं और बेटियों को सुरक्षा और सुरक्षा संबंधी सुझाव भी दिए गए। जिलाधिकारियों ने वेबिनार, चौपाल, ऑनलाइन मीटिंग और वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किशोरियों और महिलाओं से संवाद किया।

योगी सरकार ने मनाया बेटी के जन्म का जश्न

मिशन शक्ति के तहत बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान को बढ़ावा देते हुए यूपी के जिलों में बालिका जन्म का जश्न मनाया गया। 11 अगस्त को जन्मी बच्चियों और उनकी माताओं को भी उपहार दिए गए। इस दिन प्रत्येक जिले में पैदा हुई बेटियों की संख्या के बराबर वृक्षारोपण का कार्य भी किया गया। इन पेड़ों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुरुषों को सौंपी गई थी।

स्वावलंबन शिविर के माध्यम से महिलाओं को योजनाओं से जोड़ा जाएगा

स्वावलंबन शिविर के माध्यम से राज्य की महिलाओं और बेटियों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जाएगा। इन शिविरों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अन्य योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना आदि योजनाओं के आवेदन पत्र भी भरे जाएंगे। 

यह अपने आप में एक अनूठा प्रयास है जहां एक दिन में प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आवेदक, सत्यापन अधिकारी और अनुमोदन अधिकारी एक मंच पर एक साथ आएंगे। इसके साथ ही मेगा इवेंट कार्यक्रम के माध्यम से राज्य भर में महिला पहचान के विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।