वायनाड में भूस्खलन से अब तक 165 की मौत, 220 अभी भी लापता, एक हजार से ज्यादा लोगों को बचाया गया
वायनाड में तेज बारिश के कारण भारी भूस्खलन हुआ है। वायनाड के मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में सोमवार की देर रात 2 से 4 बजे के बीच ये भूस्खलन हुआ था। इस भूस्खलन में कई घर, पुल, सड़कें और कई गाड़ियां बह गईं। इस घटना के बाद आर्मी, एयरफोर्स, NDRF, SDRF, पुलिस और डॉग स्क्वॉड की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। देर रात तक एक हजार के करीब लोगों को प्रभावित क्षेत्र से निकाला गया है। वहीं 3 हजार लोगों को रिहैब सेंटर में भेजा गया है।
आज राहत एवं बचाव कार्य का दूसरा दिन है। वहीं मौसम विभाग ने आज भी वायनाड समेत 5 जिलों मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड कन्नूर और कासरगोड में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इससे ये अंदेशा जताया जा रहा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ सकती है।
इस हादसे के बाद राज्य में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। 12 जिलों में स्कूल-कॉलेज में 30 जुलाई को छुट्टी घोषित कर दी गई। केरल यूनिवर्सिटी ने 30-31 जुलाई को होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। बाद में नई तारीखों का ऐलान किया जाएगा।