आम आदमी पार्टी की भाजपा को चुनौती - शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बहस करें जाखड़

आम आदमी पार्टी की भाजपा को चुनौती - शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बहस करें जाखड़

आम आदमी पार्टी (आप) ने बीजेपी नेता मनप्रीत सिंह बादल और भाजपा के पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ पर तीखा हमला बोला है।

चंडीगढ़ में पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आप पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि मनप्रीत बादल के खिलाफ मामला बठिंडा शहर के पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला, जो एक भाजपा नेता हैं, की शिकायत पर दर्ज किया गया था। मनप्रीत सिंह बादल ने अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए मॉडल टाउन फेज-1 बठिंडा में 1560 वर्ग गज जमीन के दो प्लॉट खरीदे, जिससे राज्य के खजाने को 65 लाख रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ।

कंग ने कहा कि नौ साल तक पंजाब के वित्त मंत्री रहे मनप्रीत बादल के कार्यकाल में पंजाब का खजाना इसलिए हमेशा 'खाली' रहा, क्योंकि वह जनता के पैसे की कीमत पर अपना निजी खजाना भरने में व्यस्त रहते थे। कंग ने कहा कि बादल और जाखड़ जैसे लोग जो पीढ़ी दर पीढ़ी पंजाब पर शासन करते रहे हैं, हमेशा एक थे लेकिन अब वे खुले तौर पर एक साथ और एक ही पार्टी में हैं।

कंग ने जाखड़ को चुनौती देते हुए कहा कि उनके किसी अपने की शिकायत के आधार पर कार्रवाई हो रही है तो क्या अब सुनील जाखड़ मनप्रीत बादल को पार्टी से निकालेंगे? उन्होंने कहा कि मान सरकार बिना किसी भेदभाव के सभी भ्रष्ट लोगों के साथ एक जैसा व्यवहार करती है।

कंग ने आगे कहा कि सुनील जाखड़ की बीजेपी सरकार और आप सरकार के बीच तुलना हास्यास्पद है। अगर सुनील जाखड़ असली मुद्दों पर बहस चाहते हैं तो उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, शहीदों के परिवारों को अनुग्रह राशि, नौकरियां, रोजगार सृजन और राज्य की कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर बहस करनी चाहिए। 

कंग ने दावा किया कि भाजपा शासित राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। उन राज्यों में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा नफरत की राजनीति करती है, इसलिए पंजाब की जनता भाजपा नेताओं को कभी स्वीकार नहीं करेगी।

कंग ने जाखड़ को याद दिलाया कि विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे लोग हमारे देश से पैसा लूटकर बीजेपी की निगरानी में भाग गए। भाजपा सरकार ने पूंजीपतियों का 13000 करोड़ का कर्ज माफ कर दिया, लेकिन किसानों और आम लोगों से किये वादे कभी पूरे नहीं किए। किसान आंदोलन के दौरान 750 किसानों की मौत हो गई जबकि मोदी सरकार देश को अपने पूंजीपति दोस्तों को बेच रही है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब का जीएसटी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन फंड और ग्रामीण विकास फंड का पैसा जारी नहीं कर रही है। अगर सुनील जाखड़ को राज्य के लिए कोई चिंता है तो उन्हें केंद्र सरकार से ये फंड जारी करने के लिए कहना चाहिए। 

कंग ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले दस वर्षों में विज्ञापनों पर जनता के 8,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जबकि पंजाब की मान सरकार पंजाब के लोगों की सुविधाओं पर जनता का पैसा खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि जाखड़ को केंद्र की भाजपा सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठाना चाहिए कि बाढ़ के बाद भी पंजाब को कोई छूट क्यों नहीं दी गई और राज्य को फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए कोई विशेष पैकेज क्यों नहीं दिया गया।