मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में हॉकी के प्राचीन गौरव को पुनः स्थापित करने का संकल्प लिया

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में हॉकी के प्राचीन गौरव को पुनः स्थापित करने का संकल्प लिया

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खेलों को बढ़ावा देकर पंजाब को नशा मुक्त बनाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए राज्य में हॉकी के प्राचीन गौरव को बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लिया।

 मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर पुरूष हाकी विश्व कप की ट्राफी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों ने हाकी के क्षेत्र में हमेशा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और राज्य के लिए कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद सम्मान और गर्व की बात है कि 41 साल बाद टोक्यो में खेल स्पर्धा के दौरान ओलंपिक में पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम में कप्तान मनप्रीत सिंह सहित 11 खिलाड़ी राज्य के हैं। भगवंत मान ने कहा कि इसी तरह 1975 में देश को इकलौता वर्ल्ड कप जिताने वाले भारतीय दल का नेतृत्व भी पंजाब के बेटे अजितपाल सिंह कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में आयोजित हो रहे विश्व हॉकी कप की ट्रॉफी पाकर वे अभिभूत हैं. उन्होंने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि आने वाले विश्व कप हॉकी में भारत के आधे से ज्यादा खिलाड़ी पंजाब से हैं। उन्होंने कहा कि इस गति को बनाए रखने की जरूरत है ताकि आने वाले समय में और पदक हासिल किए जा सकें।

हालांकि मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पिछली सरकारों की लगातार उपेक्षा के कारण हमारा राष्ट्रीय खेल होने के बावजूद हॉकी खेल के क्षेत्र में पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार हॉकी को खेल के क्षेत्र में उचित स्थान दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार खेलों विशेषकर हॉकी को बढ़ावा देकर नशे के अभिशाप को मिटाने के लिए ठोस प्रयास करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हॉकी को पुनर्जीवित करने के लिए और संसाधन लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं की असीम ऊर्जा को सकारात्मक तरीके से विशेष रूप से खेल के क्षेत्र में दिशा देने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब कड़ी मेहनत के कारण हर पंजाबी खेल हॉकी को पुनर्जीवित करने की राह पर होगा।