दिल्ली बोर्ड के पहले नतीजे जारी, 10वीं में 99.49% और 12वीं में 99.25% स्टूडेंट्स पास

दिल्ली बोर्ड के पहले नतीजे जारी, 10वीं में 99.49% और 12वीं में 99.25% स्टूडेंट्स पास

दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (डीबीएसई) ने अपने पहले 10वीं और 12वीं के नतीजे सोमवार को जारी किए। 2021 में दिल्ली सरकार ने यह बोर्ड स्थापित किया था और उसी साल 20 स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस (एसओएसई) खोले थे। ये स्कूल डीबीएसई से मान्यता प्राप्त हैं और चार क्षेत्र - STEM (साइंस, टेक्नलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथमैटिक्स), ह्यूमैनिटीज, परफॉर्मिंग-विजुअल आर्ट्स और 21वीं सदी के कौशल पर केंद्रित हैं। दोनों ही क्लास में दो टर्म के मूल्यांकन के आधार पर नतीजे जारी हुए हैं। 10वीं का रिजल्ट 99.49% और 12वीं का रिजल्ट 99.25% रहा।

2021 में चारों क्षेत्र को केंद्रित करते इन स्कूलों में क्लास 9 से दाखिले किए गए, वहीं STEM वाले स्कूलों में क्लास 11 में भी दाखिले किए गए। इन स्कूलों में स्टूडेंट्स का रुझान देखते हुए स्टूडेंट्स चुने गए।

10 वीं का दूसरे टर्म का मूल्यांकन 16 विषय में 10 मार्च से 29 मार्च तक रखा गया। 1582 में से 1574 (99.49%) पास हुए। इनमें 834 लड़के और 748 लड़कियां हैं। 12वीं का मूल्यांकन 5 विषय में 10 मार्च से 27 मार्च को हुआ। 12वीं में 672 विद्यार्थी रजिस्टर थे, 667 मूल्यांकन में शामिल हुए और 662 (99.25%) पास हुए। इनमें 393 लड़के और 274 लड़कियां हैं।

'भारत की शिक्षा व्यवस्था के लिए बड़ा दिन'
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि एक नए प्रयोग के साथ दिल्ली सरकार ने अपने स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस में डीबीएसई के तहत पढ़ाई शुरू कराई, दुनिया के नामी आईबी बोर्ड के साथ मिलकर उनका सिलेबस तैयार कराया। आज दिल्ली स्कूल शिक्षा बोर्ड के ये बेहतरीन नतीजे ये साबित करते हैं कि हम सही दिशा में काम कर रहे हैं। बच्चों को विश्व स्तरीय शिक्षा देने के साथ हमें उन्हें एक कामयाब इंसान बनाना है।

रिजल्ट की घोषणा करते हुए शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, भारत की शिक्षा व्यवस्था के लिए यह बड़ा दिन है। इस देश की शिक्षा व्यवस्था में यह बोर्ड बड़ा परिवर्तन ला रहा है। देश के सभी विकसित देशों अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, यूके का इतिहास बताता है कि इन्होंने अपने हर बच्चे को, चाहे वो गरीब परिवार से हो या अमीर, विश्व स्तर की शिक्षा दी। शिक्षा के माध्यम से समर्थ और विकसित राष्ट्र के निर्माण में पिछले 8 सालों से दिल्ली सरकार ने बहुत काम किया है।