जिला गुरदासपुर को 'एक जिला एक उत्पाद' योजना के तहत लीची एस्टेट के रूप में चुना गया

जिला गुरदासपुर को 'एक जिला एक उत्पाद' योजना के तहत लीची एस्टेट के रूप में चुना गया

जिला गुरदासपुर को पंजाब सरकार द्वारा 'एक जिला एक उत्पाद' योजना के तहत लीची एस्टेट के रूप में चुना गया है और जिला गुरदासपुर में लीची के बागान को बढ़ावा देने के लिए बागवानी विभाग द्वारा प्रयास किए जाएंगे।

यह जानकारी देते हुए उद्यान विभाग के डिप्टी डायरेक्टर तजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि जिला गुरदासपुर के किसानों को लीची के बाग लगाने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ लीची से संबंधित प्रसंस्करण उद्योगों को भी बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि लीची के उत्पादन से किसान लाभान्वित हो सकें।

 उन्होंने कहा कि गुरदासपुर और दीनानगर का इलाका लीची के बाग लगाने के लिए बहुत अच्छा है और यहां उगाई जाने वाली लीची की गुणवत्ता और उपज बहुत अच्छी है।

डिप्टी डायरेक्टर तजिंदर सिंह बाजवा ने आगे कहा कि पंजाब सरकार राज्य में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए फूलों के बीज की खेती करने वाले किसानों को 14000 रुपए प्रति एकड़ और बागवानों को 10000 रुपए प्रति एकड़ की सब्सिडी दे रही है। उन्होंने कहा कि किसान अपना रकबा गेहूं-धान फसल चक्र के तहत निकालकर फूल, फल और सब्जियों की खेती कर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं।

बाजवा ने कहा कि बागवानी विभाग किसानों को बागवानी के लिए जरूरी उपकरण मुहैया करा रहा है, जिसमें ड्रोन स्प्रेयर, नए बागान लगाने के लिए छेद खोदने वाली मशीन, आलू प्लांटर, रोपण के लिए पावर टिलर, ट्रैक्टर से चलने वाले स्प्रे पंप आदि सब्सिडी के आधार पर उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान नए बाग लगाने के लिए किसी भी प्रकार की तकनीकी सहायता या सलाह के लिए उद्यानिकी विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।