शुभकरण सिंह के शव को खनौरी बॉर्डर पर ले जा रहे किसान, हर किसी की आँख हुई नम
खेती-किसानी के तमाम मुद्दों के बीच पंजाब से शुरू हुआ किसान आंदोलन नाजुक मोड़ पर है. चार दौर की वार्ता असफल होने और एक युवा किसान की मौत होने के बाद किसान संगठन गुस्से में हैं. किसान नेताओं ने अब 29 फरवरी तक के लिए 'दिल्ली चलो' मार्च को टालने का ऐलान किया था, पर आज वो डेडलाइन खत्म हो रही है.
इसके कारण एक बार फिर से सीमा पर हलचल तेज हो गई है. एहतियातन कई जगहों पर इंटरनेट सेवाएं बंद की गई है. इससे पहले किसानों ने 26 फरवरी को य़ूपी पंजाब समेत कई जगहों पर ट्रैक्टर मार्ट निकाला. बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) द्वारा बैठक भी कई है. आज आगे की रणनीति के बारे में किसान कोई बड़ा एलान कर सकते हैं. हालांकि इस बीच सरकार की तरफ से दिए गए बातचीत के न्यौते का किसानों ने जवाब नहीं दिया है.