एसजीपीसी के कानूनी प्रतिनिधिमंडल ने डिब्रूगढ़ में हिरासत में लिए गए पंजाब के युवकों से मुलाकात की

एसजीपीसी के कानूनी प्रतिनिधिमंडल ने डिब्रूगढ़ में हिरासत में लिए गए पंजाब के युवकों से मुलाकात की

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने हाल के दिनों में पंजाब से गिरफ्तार किए गए और असम के डिब्रूगढ़ में कैद किए गए युवकों के मामलों की जांच शुरू कर दी है।

इस संबंध में डिब्रूगढ़ पहुंचे एसजीपीसी के वकीलों ने सोमवार को जेल में आठ युवकों से मुलाकात की, जबकि जेल प्रशासन से उनके मुकदमों के संबंध में आवश्यक दस्तावेज भी प्राप्त कर लिए गए हैं।

एसजीपीसी के सदस्य और वरिष्ठ अधिवक्ता भगवंत सिंह सियालका के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल असम गया, जिसमें एडवोकेट मनदीप सिंह सिद्धू और एडवोकेट रोहित शर्मा शामिल थे।

एसजीपीसी कार्यालय में मीडिया को जानकारी साझा करते हुए एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के आदेश के बाद डिब्रूगढ़ में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कैद युवकों के मामलों को आगे बढ़ाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि एसजीपीसी के विधि विशेषज्ञों ने जमीनी स्तर पर जाकर अपना काम शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि डिब्रूगढ़ में आठ युवकों को हिरासत में लिया गया है, जिन्हें कानूनी सहायता प्रदान की जा रही है।

उन्होंने आगे कहा कि एसजीपीसी की कानूनी टीम ने गिरफ्तार युवकों और डिब्रूगढ़ जेल प्रशासन से मुलाकात कर आगे की कार्रवाई की तैयारी कर ली है।

उधर, असम से जानकारी साझा करते हुए एडवोकेट सियालका ने बताया कि डिब्रूगढ़ जेल में आठ युवक चरहड़ी कला में हैं। उन्होंने कहा कि जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण और डिब्रूगढ़ बार एसोसिएशन ने स्थानीय वकीलों के साथ हिरासत में लिए गए आठ युवकों से मिलने के लिए डिब्रूगढ़ जेल प्रशासन को आवेदन देने में एसजीपीसी कानूनी टीम का समर्थन किया है।

एडवोकेट मनदीप सिंह ने बताया कि जेल प्रशासन द्वारा एसजीपीसी कानूनी टीम को हिरासत में लिए गए युवकों के निरोध आदेश और अन्य आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध करा दिए गए हैं, जिसके बाद आगे की कानूनी कार्यवाही जारी रहेगी।