बर्फबारी के बीच शीतकाल के लिए बंद हुए बाबा केदारनाथ धाम के कपाट, सीएम योगी और त्रिवेन्द्र रहे मौजूद

बर्फबारी के बीच शीतकाल के लिए बंद हुए बाबा केदारनाथ धाम के कपाट, सीएम योगी और त्रिवेन्द्र रहे मौजूद

रुद्रप्रयाग: भैयादूज के पावन अवसर और  बर्फबारी के बीच  पर बाबा केदारनाथ धाम के कपाटशीतकाल के लिए बंद हो गए। कपाट सुबह 8.30 बजे पूरे वैदिक विधि-विधान के साथ बंद किए गए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक व राज्य मंत्री धन सिंह रावत मौजूद थे।लगातार हो रही बर्फबारी के कारण मंदिर के द्वार और डोली प्रस्थान में थोड़ा विलंब हुआ। इसके बाद बाबा केदार की पंचमुखी भोगमूर्ति चल विग्रह डोली में विराजमान होते हुए शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान हुई। जहां ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में आगामी छह माह की पूजा-अर्चना के लिए विराजमान हो जाएंगे।

यमुनोत्री धाम के कपाट भी हुए बंद
वहीं, भैयादूज के पावन पर्व पर विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट आज सोमवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। शीतकाल में छह माह तक मां यमुना के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास खुशीमठ (खरसाली) में होंगे। सोमवार को भैयादूज के पर्व पर सुबह यमुनोत्री धाम मंदिर प्रांगण में विधिवत पूजा अर्चना  होगी तथा दोपहर 12:25 बजे अभिजीत मुहूर्त पर अनुराधा नक्षत्र में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पारंपरिक परंपरानुसार यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे।जिसके बाद मां यमुना की डोली यमुनोत्री से अपने शीतकालीन प्रवास खुशीमठ के लिए प्रस्थान करेगी और शाम को अपने शीतकालीन प्रवास खुशीमठ पहुंचेगी।यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव कृतेश्वर उनियाल ने बताया है कि सोमवार को मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खुशीमठ से सोमेश्वर देवता की डोली मां यमुना को लेने सुबह आठ बजे यमुनोत्री धाम के लिए प्रस्थान करेगी तथा यमुनोत्री धाम में पूजा अर्चना की जाएगी। देखें वीडियो