गढ़वाल कमिश्नर के कार्यालय पर सीएम त्रिवेन्द्र ने मारा छापा

गढ़वाल कमिश्नर के कार्यालय पर सीएम त्रिवेन्द्र ने मारा छापा
गढ़वाल कमिश्ननर के कार्यालय पर सीएम त्रिवेन्द्र ने मारा छापा

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अचानक गढ़वाल कमिश्ननर के कार्यालय में छापा मारा। उन्होंने आते ही कार्यालय का गेट भी बंद करा दिया। इससे कर्मियों में हड़कंप मच गया। एमडीडीए से संबंधित किसी फाइल को लेकर उन्होंने सवाल-जावाब भी किए। यह फाइल कई दिनों से सीएम कार्यालय नहीं पहुंच पाई थी। फाइल को लेकर उन्होंने एमडीडीए उपाध्यक्ष को भी तलब किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई अन्य रजिस्टर और फाइलों का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री के इस तरह धमक पड़ने को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। करीब आधा घंटा मुख्यमंत्री मंडलायुक्त कार्यालय में रहे।
इस मामले में मुख्यमंत्री द्वारा बड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है।औचक निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ओम प्रकाश भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उपस्थिति पंजिका की जांच की। जिसमें कई कार्मिकों के हस्ताक्षर नहीं पाए गए।
वहीं फाइलों के मूवमेंट को लेकर बड़ी खामियां मिली हैं। बता दें कि देहरादून के स्तर पर तैयार होने वाली फाइल और डाक पौड़ी मुख्यालय भेजी जाती है।इन फाइलों के निस्तारण में अत्यधिक विलंब हो रहा है। जिसे लेकर मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव ने स्टाफ को फटकार भी लगाई। इस दौरान काम में लापरवाही कर रहे कुछ कर्मचारियों का वेतन रोकने के निर्देश भी दिए गए। वहीं स्टाफ का कहना है कि मौखिक आदेश पर फाइलें पौड़ी भेजी जाती हैं। कुछ साल पहले कमिश्नर कार्यालय के पीएस ने यह आदेश दिया था। जिस पर मुख्य सचिव ने हैरानी जताई। उन्होंने जल्द इस व्यवस्था को बदलने के निर्देश दिए।