सीएम त्रिवेन्द्र ने दीं प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

सीएम त्रिवेन्द्र ने दीं प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
सीएम त्रिवेन्द्र ने दीं प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में सीएम ने कहा कि हमने राज्य के विकास और पारदर्शी शासन पर फोकस किया है। हमारी सरकार ने बातें कम, काम ज्यादा के मूलमंत्र को अपनाते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने ये बातें कही।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, संविधान निर्माताओं और राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस हमारे संविधान के निर्माण का एक उत्सव है। इस दिन देश में बाबा साहेब आंबेडकर के दिशा-निर्देशन में बनाए गए संविधान को लागू किया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस स्वाधीनता सेनानियों के त्याग एवं बलिदान का स्मरण भी कराता है। इसके साथ ही यह एक अवसर है जब हमें देशभक्तों के सपनों को साकार करने और अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध होने का संकल्प लेना चाहिए। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश के साथ ही उत्तराखंड भी निरंतर विकास की सीढिय़ां चढ़ रहा है। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने से लेकर डोबराचांठी पुल, जानकीपुल का लोकार्पण किया गया। उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल नीतियां बनाई गईं। मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार और मुख्यमंत्री स्वरोजगार जैसी योजनाओं से युवाओं को स्वरोजगार के अवसर मुहैया कराए गए। स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए गांव-गांव में ग्रोथ सेंटरों की स्थापना की गई। पीएमजीएसवाई के अंतर्गत राज्य में सड़कों का जाल बिछाया गया। हर ब्लाक में दो, यानि कुल 190 आदर्श विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं। अटल आयुष्मान योजना के तहत राज्य के हर परिवार को पांच लाख रुपये तक के उपचार की निश्शुल्क सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का फोकस नदियों और जलस्रोतों के पुनर्जीवन पर भी है। इसके अलावा हमारी सरकार ने भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगाया, महिला सशक्तीकरण पर ध्यान दिया, किसानों, नौजवानों और व्यापारियों की समस्याओं का समाधान किया। यह प्रयास किया गया कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भेदभाव किए बगैर सभी जाति-धर्मों के पात्र लोगों तक पहुंचे। बीते साल विश्वव्यापी कोरोना महामारी का प्रकोप रहा, जिसका सभी के सहयोग से योजनाबद्ध तरीके से डटकर मुकाबला किया गया।