हरीश रावत पर रणजीत रावत के तंज का इस नेता ने दिया तगड़ा जवाब.!

हरीश रावत पर रणजीत रावत के तंज का इस नेता ने दिया तगड़ा जवाब.!
संजय नेगी (फाइल) बांए और रणजीत रावत (फाइल)

देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में कलह न हो ऐसा कैसे हो सकता है। इसी कलह के कारण आलाकमान को उत्तराखंड में विधायक दल का नेता और प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव करने में पसीने छूट गए थे। खैर जैसे-तैसे संगठन की नई टीम बनाई गई। टीम क्या बनाई शिवजी बारात ही समझो। कभी पूर्व सीएम हरीश रावत के खासमखास रहे और अब उनके धुर विरोधी बन गए रणजीत रावत को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बना दिया तो खुद उत्तराखंड में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता हरीश रावत को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए गए हैं। लेकिन विवाद यहीं खत्म नहीं हुआ। दरअसल नए प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल की ताजपोशी के दौरान रणजीत रावत ने अपने भाषण में एक शेर पढ़ा जिसे हरीश रावत पर तंज माना जा रहा है। दरअसल रणजीत रावत ने अपने भाषण के अंत में कहा "हौसले उड़ानों की बुनियाद होते हैं लेकिन कांपते हाथों से शमशीर नहीं उठा करती"। अब ऐसे हरदा के समर्थक कहां चुप बैठने वाले हैं। रामनगर में रंजीत रावत के धुर विरोधी कहे जाने वाले संजय नेगी ने शोसल मीडिया पर एक शेर लिखा है जिसे रणजीत रावत को जवाज माना जा रहा है। देखें संजय नेगी ने क्या लिखा
#_कँपकँपाते हाथों से जब भी हमारी #_शमशीर उठी है,
#_बगावत करने वालों के ,
सर #_धड़ से अलग करके ही #_लौटी है ।
तेरे #_हाथों को भी कभी इन्हीं हाथों ने #_थामा था ।
#_नादान फिर कैसे सोच लिया तूने ,
इन हाथों में #_ताकत की कमी है।

देखें क्या कहा था रणजीत रावत ने