डेढ़ बजे रात जब डीआईजी अरूण मोहन जोशी निकले शहर की सैर पर..!

डेढ़ बजे रात जब डीआईजी अरूण मोहन जोशी निकले शहर की सैर पर..!
डेढ़ बजे रात जब डीआईजी अरूण मोहन जोशी निकले शहर की सैर पर..!

देहरादून:  ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी परखने के लिए देहरादून के  उप महानिरीक्षक (डीआइजी) अरुण मोहन जोशी रविवार को आधी रात के बाद शहर घूमने निकले। पुलिसकर्मी पहचान न सकें, इसके लिए उन्होंने चेहरे पर मास्क लगा रखा था और सरकारी वाहन की बजाय उन्होंने हिमाचल प्रदेश के नंबर की कार का चयन किया। अच्छी बात यह रही कि डीआइजी जिन दो पिकेट से गुजरे, वहां पुलिसकर्मी सतर्क नजर आए। उन्होंने अच्छी तरह जांच-पड़ताल करने के बाद ही डीआइजी की कार को आगे जाने दिया। पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी से खुश डीआइजी ने उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
रात के करीब डेढ़ बजे पहुंचे राजपुर रोड
सबसे पहले डीआइजी राजपुर रोड स्थित डायवर्जन पर पहुंचे। उस वक्त रात के करीब डेढ़ बजे थे। वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने डीआइजी की कार को रोका और चालक से वाहन के दस्तावेज लेने के साथ ही मोबाइल नंबर, नाम, पता और रात में घूमने की वजह पूछी। चालक ने पूरी जानकारी उपलब्ध कराई, जिसे पुलिसकर्मियों ने रजिस्टर में दर्ज कर वाहन को आगे जाने दिया। इसके बाद डीआइजी की कार प्रिंस चौक पहुंची। यहां भी चालक से करीब 15 मिनट तक पूछताछ करने के बाद वाहन को आगे जाने दिया गया। दोनों पिकेट पर पुलिसकर्मियों को पता नहीं चल पाया कि वाहन में डीआइजी बैठे हैं। 
इन्हें मिलेगा पुरस्कार
राजपुर रोड स्थित डायवर्जन पिकेट पर तैनात हेड कांस्टेबल जयभगवान गिरी, कांस्टेबल हिमांशु, कांस्टेबल विजय भास्कर, कांस्टेबल नवीन कुमार। प्रिंस चौक पिकेट पर तैनात कांस्टेबल आशीष नैनवाल, कांस्टेबल प्रदीप सिंह, कांस्टेबल संदीप राठी, कांस्टेबल अनूप कुमार। 
क्या बोले एसएसपी?
डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि त्योहार के दौरान और ठंड के मौसम में चोरी जैसे अपराध बढ़ जाते हैं। इसे रोकने के लिए पुलिस का रात्रि ड्यूटी में मुस्तैद रहना जरूरी है। इसकी जांच के लिए रात को शहर में निकला था। पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के प्रति मुस्तैद दिखे। इसलिए उन्हें नकद पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।