अस्पताल के लिए पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र ने घर से दिया फ्रिज तो शोसल मीडिया में आने लगे ऐसे कमेंट

अस्पताल के लिए पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र ने घर से दिया फ्रिज तो शोसल मीडिया में आने लगे ऐसे कमेंट
अस्पताल के लिए पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र ने घर से दिया फ्रिज तो आने लगे ऐसे कमेंट

देहरादून: जिला अस्पताल कोरोनेशन में  दवा और इंजेक्शन रखने के लिए फ्रिज तक नहीं है। जानकारी में आने पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने अपने घर से वहां फ्रिज पहुंचाया, तब जाकर उसमें दवा एवं इंजेक्शन रखे जा सके। सरकार ने हाल ही में कोरोनेशन अस्पताल के एक हिस्से में कोरोना मरीजों के लिए आक्सीजन बेड तैयार किए हैं, लेकिन अभी वहां जरूरी संसाधन ही उपलब्ध नहीं हो पाए। कोविड मरीज वहां भर्ती होने शुरू हो चुके हैं। दवा व इंजेक्शन रखने के लिए फ्रिज नहीं था।
अस्पताल को चिकित्सकों के मार्फत पूर्व सीएम त्रिवेंद्र की जानकारी में जब यह मसला आया तो उन्होंने तुरंत ही अपने घर का फ्रिज भिजवा दिया। बकौल त्रिवेंद्र, इंजेक्शन रखने के लिए जल्द फ्रिज चाहिए था तो तब ही उन्होंने बाजार के बजाय घर से इसे भिजवाने का निर्णय लिया। उम्मीद जताई के इससे चिकित्सकों को इलाज करने में जरूर सुविधा मिलेगी। उन्होंने करोना के इस संकटकाल में सभी से धैर्य बनाने की अपील की है। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने सोशल मीडिया के जरिए भी यह जानकारी दी है। 
सोशल मीडिया पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं
फ्रीज का फोटो कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसे लेकर तरह ही प्रतिक्रियाएं आईं। किसी ने पूर्व सीएम के प्रयास की सराहना की तो किसी ने सरकार की व्यवस्था को आड़े हाथों लिया। 
Kabi Chufal ने लिखा
"जब आप 5 दिवसीय गैरसैण विधानसभा सत्र को 2 दिन में निपटा सकते हैं तो कृपया एक दुकान खुलवाकर नया फ्रिज ही भेंट कर देते गोदाम में पड़ा पुराना देने से तो अच्छा होता"
Anil Negi ने लिखा
"एक पूर्व मुख्यमंत्री जी को अपने घर से अस्पताल में फ्रिज देना पड़ रहा है, इतना काफी है प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था के फटे हाल बया करने के लिए, स्वास्थ्य विभाग की कमान भी आपके ही जिम्मे थी सर पूर्व कैबिनेट में ओर आज इस तरह बुनियादी सुविधाओं के लिए उस दिन दयाल हॉस्पिटल की दीन दशा पे जिस पर पूरा देहरादून निर्भर है, उसको जुगाड से चलाया जाना कितना शर्मनाक है, अच्छा होता आप अपनी विधायक निधि से ही खरीद करवा देते, देहरादून जैसे शहर में एक भी पार्टी का कार्यकर्ता नहीं निकला जिसका की इलेक्ट्रॉनिक का हॉल सेल का काम हो या रिटेलर हो ,की दुकान से अरेंज करवा सकते थे।"
Ratan negi लिखते हैं
"है फ्रिज देवता अपने  राज्य  का स्वास्थ्य  महकमा भी इस समय  आपकी तरह ही है आपकी तो बस एक ही टांग नही है लेकिन सरकारी  स्वास्थ्य  महकमा का   सिस्टम तो मदद वाले हाथ , पैर ,आंखे , ओर  लोगो के दर्द को सुनने के लिए कान तक नही है ..है फ्रिज देवता आपमें तो ऑक्सीजन  होगा ही तभी आप दवा इजेक्सन को ठीक तरह से रख पाओगे 
पर हमारे  स्वास्थ्य महकमे के पास तो जहा से आक्सीजन मिलेगा उनके फोन नम्बर ही है 
बाकी वे उठे या नही वो अलग बात .. वहां से मिले ना मिले वो अलग बात 
है फ्रीज  देवता आपकी किर्पा बनी रहे बस आप  स्वास्थ्य महकमे की तरह फ्रिज मत हो जाना"

Subodh Singh Bhandari II ने लिखा