उत्तराखंड में मानसून: पहाड़ों पर बारिश से बढ़ी मुश्किलें, ऑरेंज अलर्ट जारी

उत्तराखंड में मानसून: पहाड़ों पर बारिश से बढ़ी मुश्किलें, ऑरेंज अलर्ट जारी

उत्तराखंड: उत्तराखंड में मानसून आने के साथ ही मुश्किलों की शुरुआत हो गई है। चमोली जिले के मुख्यालय गोपेश्वर के कलक्ट्रेट की ओर जाने वाले बाईपास मार्ग पर गुरुवार सुबह बोल्डर आने से सड़क बाधित हो गई है। नई टिहरी में देर रात से लगातार बारिश हो रही है। हरिद्वार में मौसम में भी मौसम बदला है। सुबह 3 बजे से हो रही बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ज्वालपुर के कटहरा बाजार में जलभराव हुआ है।
रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश से कई सड़कें जलमग्न हो गईं। रुद्रप्रयाग के एसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि हमने भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की पहचान सहित सभी इंतजाम किए हैं। एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात की गई हैं। 
उधर,कुमाऊं मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में बुधवार को बारिश ने कहर बरपाया। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मलबा आने से सड़कें बंद हो गईं। कई जगह बिजली सप्लाई बाधित हो गई।
पिथौरागढ़ में मलबे के कारण एक सीमा सड़क और एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 13 सड़कें बंद हो गईं हैं। कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। देवलथल क्षेत्र में बिजली गिरने से कई लोगों के फ्रिज, टीवी, इन्वर्टर, बिजली के मीटर जल गए हैं। 
वहीं, मौसम विभाग ने मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने के साथ ही अगले 24 घंटे के भीतर नैनीताल, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। साथ ही ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून ने राज्य में दस्तक दे दी है। 
देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग में भी भारी बारिश हो सकती है। ऐसे में इन जिलों में आपदा प्रबंधन के लिहाज से भी सतर्क रहने की जरूरत है।