पंकज लांबा की मौत की निष्पक्ष जांच को पत्नी ने दिया धरना

पंकज लांबा की मौत की निष्पक्ष जांच को पत्नी ने दिया धरना
पंकज लांबा की मौत की निष्पक्ष जांच को पत्नी ने दिया धरना

हरिद्वार। छात्रवृत्ति घोटाले का पर्दाफाश करने वाले पंकज लांबा की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर उनकी पत्नी ज्योति ने पूर्व सांसद भगवान दास राठौर समेत कई नेताओं के साथ गुरुवार को सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना दिया। उन्होंने मामले की जांच को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। ज्योति का आरोप था कि उनके पति पंकज लांबा की हत्या की गई है। ज्योति का आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके पति की मांसपेशियां टूटी हुई हैं। गर्दन की हड्डी के अलावा शरीर के कई हिस्सों में चोट है। पुलिस मामले को रफादफा करने में लगी है। आरोप लगाया कि घटना की रात को दो गोली चली थी। जबकि पुलिस ने एक ही दिखाई है। कहा कि प्लानिंग के साथ पंकज की हत्या की गई है।

पुलिस बोल रही है कि नाबालिग ने गोली चलाई, लेकिन ऐसा नहीं है। कहा कि कुछ दिन पहले ही पंकज लांबा का एक प्रॉपर्टी डीलर से विवाद हुआ था। प्रॉपर्टी डीलर ने उन पर तमंचा ताना था। इसकी शिकायत भी पंकज लांबा ने रानीपुर पुलिस में की थी। लेकिन उस पर कुछ नहीं हुआ और कुछ दिन बाद उनकी मौत हो गई। उधर धरने पर बैठे लोगों ने दो करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी देने की मांग सरकार से की है। लोगों का कहना है कि पंकज ने करोड़ों रुपये का घोटाला खोला था। सरकार को उनके परिवार की मदद करनी चाहिए। धरना देने वालों में पूर्व सांसद भगवान दास राठौर, दलित नेता सीपी सिंह, सतीश दाबड़े, महानगर अध्यक्ष कांग्रेस संजय अग्रवाल, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, पूर्व दर्जाधारी डॉ. संजय पालीवाल आदि शामिल रहे।