देहरादून: बाबा रामदेव के खिलाफ तहरीर, एनएसए के तहत केस दर्ज करने की मांग

देहरादून: बाबा रामदेव के खिलाफ तहरीर, एनएसए के तहत केस दर्ज करने की मांग
देहरादून: बाबा रामदेव के खिलाफ तरहीर, एनएसए के तहत केस दर्ज करने की मांग

देहरादून: बाबा रामदेव (Baba Ramdev) इन दिनों लगातार विवादों में हैं। एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति के खिलाफ भ्रम फैलाने के आरोप में उत्तराखंड यूथ कांग्रेस ने देहरादून कोतवाली में तहरीर दी है। तहरीर में लिखा गया है कि रामदेव पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए और उनको तुरंत गिरफ्तार किया जाए, जिससे देश का माहौल और खराब होने से बचाया जा सके। यह एक हितकारी निर्णय साबित होगा। इस दौरान यूथ कांग्रेस ने कहा कि जब देश आज कोरोना बीमारी की इस आपदा से जी-जान से लड़ रहा है। हमारे फ्रंटलाइन वर्कर अपना सम्पूर्ण न्यौछावर कर जनता को इस बीमारी से निजात दिलाने में लगे हुए हैं। जिस प्रकार से हमारे चिकित्सक अपनी जान की परवाह किए बगैर हर एक जान को बचाने में लगे हुए हैं, वह निश्चित ही काबिलेतारीफ है और समस्त देश हमारे डाॅक्टरों की जिजिविषा को सलाम कर रहा है। ये भी पढ़ें:देहरादून: विधायक जीना ने ली पद और गोपनीयता की शपथ

हरिद्वार पतंजलि योगपीठ के संस्थापक बाबा रामदेव के द्वारा एलोपैथी चिकित्सा पद्धति के खिलाफ निरंतर गलत बयान बाजी की जा रही है। डॉक्टरों को फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स का सम्मान दिया गया एवं प्रत्येक देशवासी अपने चिकित्सकों पर विश्वास रखता है, उन्हें भगवान का दर्जा देता है।परंतु इस सबसे इतर बाबा रामदेव द्वारा कहे गए कथनों के कारण देश में एक भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है और देश का माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। एक अन्य वीडियो में वह कहते हैं कि मुझे कोई गिरफ्तार नहीं कर सकता। यह सरासर कानून को खुली चुनौती है। ऐसे बयानों से देश और उत्तराखंड के डॉक्टर काफी आहत हैं। तहरीर देने वालों मेँ प्रदेश प्रवक्ता नवनीत कुकरेती, प्रदेश सचिव कमल कांत, राष्ट्रीय संयोजक एनएसयूआई विकास नेगी, प्रदेश सचिव एनएसयूआई अभय कत्यूरा आदि लोग़ मौजूद रहे।