उत्तराखंड: मात्र तीन सप्ताह में DRDO ने बनाया 500 बेड का कोरोना अस्पताल, कल हो जाएगा शुरू

उत्तराखंड: मात्र तीन सप्ताह में DRDO ने बनाया 500 बेड का कोरोना अस्पताल, कल हो जाएगा शुरू
उत्तराखंड:मात्र तीन सप्ताह में DRDO ने बनाया 500 बेड का कोरोना अस्पताल, कल हो जाएगा शुरू

ऋषिकेश: कोरोना महामारी के बीच एक राहत की खबर यह है कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने  ऋषिकेश में  500 बेड का कोविड अस्पताल तैयार कर दिया है। इसका संचालन एम्स ऋषिकेश करेगा। डीआरडीओ ने महज तीन सप्ताह में इस अस्पताल को तैयार किया है।मंगलवार से इस कोविड अस्पताल को विधिवत शुरू कर दिया जाएगा।  ऋषिकेश के आईडीपीएल में डीआरडीओ ने इसी माह तीन मई को कोरोना के इलाज के लिए इस अस्पताल का निर्माण शुरू किया था। बेहद तेजी के साथ काम करते हुए डीआरडीओ ने महज तीन सप्ताह में 500 बेड का यह अस्पताल तैयार कर दिया। अब एम्स प्रशासन ने यहां चिकित्सक, नर्स तथा अन्य स्टाफ की तैनाती कर रहा है।
इस कोविड अस्पताल में 200-200 बेड के दो अलग-अलग सेक्शन बनाए गए हैं। यह सभी 400 बेड ऑक्सीजन प्रणाली से जुड़े हुए हैं, जबकि इस कोविड अस्पताल के तहत वेंटिलेटर युक्त 100 बेड एम्स ऋषिकेश परिसर में ही बढ़ाए गए हैं। यानी ऑक्सीजन आवश्यकता वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को आईडीपीएल के कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। जबकि वेंटिलेटर की आवश्यकता वाले मरीजों को एम्स ऋषिकेश में ही भर्ती किया जाएगा।
शहीद जसवंत सिंह रावत को समर्पित है अस्पताल 
ऋषिकेश के आईडीपीएल में तैयार किए गए 500 बेड के कोविड अस्पताल को अमर शहीद जसवंत सिंह रावत को समर्पित किया है। इस अस्पताल का नाम राइफलमैन जसवंत सिंह रावत कोविड केयर सेंटर ऋषिकेश रखा गया है। मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल निवासी जसवंत सिंह रावत गढ़वाल राइफल्स की चौथी बटालियन में सेवारत थे। उन्होंने 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान अरुणाचल प्रदेश के तवांग के नूरारंग की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी।