उत्तराखंड के इन तीन जिलों की वर्षगांठ है आज..आज भी वही रुतबा है जो यूपी के जमाने में था!

उत्तराखंड के इन तीन जिलों की वर्षगांठ है आज..आज भी वही रुतबा है जो यूपी के जमाने में था!
उत्तराखंड के इन तीन जिलों की वर्षगांठ है आज..आज भी वही रुतबा है जो यूपी के जमाने में था!

आज उत्तराखण्ड के तीन जिले....पिथौरागढ, उत्तरकाशी और चमोली की वर्षगांठ है, 1960 में आज के ही दिन यह तीनों जिले अस्तित्व में आये थे। देश की आजादी से लेकर उत्तराखण्ड गठन के 20 साल बाद भी उन्होंने अपना विशेष दर्जा कायम रखा है, पनिशमेंट डिस्ट्रिक्ट का........ तीनों जिले मूलभूत सुविधाओं की बाट जोह रहे हैं, इन तीनों जिलों में पलायन और अशिक्षा प्रमुख समस्या है....आज भी इन जिलों के कई गांव पेयजल और बिजली-सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, ऊपर से इन पर द्याप्ता भी पूरी मेहरबानी रखते हैं, साल में एक दो बार दैवीय आपदा का बोनस भी इन जिलो को मिल ही जाता है। एक बानगी यह भी है कि कथित ऊर्जा प्रदेश में कुटीर उद्योगों के लिये पर्याप्त कच्चा माल और पारम्परिक संसाधन होने के बावजूद इनकी संख्या कम होती जा रही है और जो भी कुटीर उद्योग आज चल रहे हैं, वह भी जनरेटर के भरोसे हैं।फिर भी मेरे जिले के लोग खुश हैं और उन्होंने वह संसाधन खुद जुटा लिये हैं, जो वह अपने दम पर जुटा सकते थे। #हैप्पी_बर्थडे_पिथौरगढ़
(पंकज सिंह महर जी की फेसबुक वॉल से साभार)