हरियाणा HC की किसान नेताओं को कड़ी फटकार, कहा-आपके नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए

हरियाणा HC की किसान नेताओं को कड़ी फटकार, कहा-आपके नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए

खेती-किसानी के तमाम मुद्दों के बीच पंजाब से शुरू हुआ किसान आंदोलन नाजुक मोड़ पर है. चार दौर की वार्ता असफल होने और एक युवा किसान की मौत होने के बाद किसान संगठन गुस्से में हैं. तीन मार्च को किसान नेताओं की हुई बैठक के बाद फैसला लिया गया है कि 10 मार्च को हम 12 बजे से 4 बजे तक देशभर में ट्रेनों का चक्का जाम करने के लिए 'रेल रोको' विरोध-प्रदर्शन करेंगे. 
तब तक सभी किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैठे रहेंगे. इससे पहले किसानों ने 26 फरवरी को य़ूपी पंजाब समेत कई जगहों पर ट्रैक्टर मार्च निकाला. बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) द्वारा बैठक भी कई है. हालांकि इस बीच सरकार की तरफ से दिए गए बातचीत के न्यौते का किसानों ने जवाब नहीं दिया है.  

मृतक किसान शुभकरण की मौत की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अगुवाई में होगी.इसके लिए एक  3 मेंबरी समिति बनाई जाएगी. हाईकोर्ट ने इस पर एक तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि हाथो में तलवार लेकर शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट कौन करता है.

पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने आंदोलन कर रहे किसानों को कड़ी फटकार लगाई है. कोर्ट ने कहा, बड़े शर्म की बात है आप लोग बच्चो को आगे कर रहे हैं .. कैसे माता पिता हैं .. बच्चों की आड़ में प्रदर्शन और वो भी हथियारों के साथ .. आप लोगों को यहां खड़े होने तक का अधिकार नहीं .. आप वहां कोई जंग करने जा रहे हैं? यह पंजाब का कल्चर नहीं .. आप लोग निर्दोष लोगों को आगे कर रहे हो .. आपके नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए ..