मोदी 3.0 में हरियाणा की लॉटरी, पांच सांसदों में से तीन बनेंगे मंत्री, ‘मोदी-मनोहर’ की जोड़ी से हरियाणा को होगा कितना फायदा ?

मोदी 3.0 में हरियाणा की लॉटरी, पांच सांसदों में से तीन बनेंगे मंत्री, ‘मोदी-मनोहर’ की जोड़ी से हरियाणा को होगा कितना फायदा ?

रविवार शाम सवा सात बजे भारत के राजनीतिक इतिहास में एक पन्ना और जुड़ने जा रहा है । जिसमें प्रधानमंत्री मोदी का नाम उन प्रधानमंत्रियों में शामिल होने जा रहा है जिन्होंने आजादी के बाद लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री का पद हासिल किया और देश का नेतृत्व किया। बड़ी बात ये है कि नरेंद्र मोदी इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं। उनसे पहले सिर्फ पंडित जवाहर लाल नेहरू ही ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्होंने लगातार तीन बार देश का पीएम के तौर पर नेतृत्व किया है। हालांकि इन दोनों के अलावा और भी नेता तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं लेकिन लगातार तीन बार देश के प्रधानमंत्री बनने का गौरव अब तक पंडित जवाहर लाल नेहरू को ही प्राप्त था और अब नरेंद्र मोदी ऐसा करने जा रहे हैं।

इसके साथ ही उनकी कैबिनेट मंत्रियों की संभावित लिस्ट भी तैयार हो गई है। जिन सांसदों को आज पीएम मोदी के बाद शपथ ग्रहण करनी है उन्हें फोन आने के बाद वो सभी सांसद दिल्ली पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी ने शपथ ग्रहण करने से पहले उनके साथ चाय का प्रोग्राम रखा। जिसमें पीएम मोदी ने उनसे आगामी कार्यकाल के बारे में चर्चा की। इस मंत्रीमंडल में पीएम मोदी के कुछ पुराने तो बहुत कुछ नए साथी भी नजर आए।

हरियाणा की बात करें तो हरियाणा में बीजेपी 10 में से पांच सीटें जीती है। और इन पांच में से तीन मंत्री बनने जा रहे हैं। जिनमें सबसे पहला नाम पूर्व मुख्यमंत्री और करनाल से बीजेपी सांसद मनोहर लाल का है। दूसरा नाम गुड़गांव से सांसद राव इंद्रजीत सिंह और तीसरे फरीदाबाद से सांसद कृष्णपाल गुर्जर हैं। आपको बता दें कि राव इंद्रजीत सिंह और कृष्णपाल गुर्जर पिछली मोदी सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। और पिछली सरकार में भी हरियाणा से तीन ही मंत्री थे तीसरे मंत्री अंबाला से सांसद रत्न लाल कटारिया थे। जिनका कुछ समय पहले निधन हो गया था।

ऐसे में कहा जा सकता है कि केंद्र ने हरियाणा के लिए अपना कोटा वैसे का वैसा ही रखा है चाहे फिर आप 10 सीट जीतकर जाओ या फिर पांच ? 

हालांकि हरियाणा के साथ लगते हिमाचल की बात करें तो यहां चारों की चारों सीटें बीजेपी के खाते में लोगों ने डालने का काम किया है। लेकिन यहां से एक भी मंत्री पद अब तक किसी सांसद को नहीं मिला है। जबकि हमीरपुर सीट से अनुराग ठाकुर मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में मंत्री रह चुके हैं। अमित शाह भी जब हमीरपुर में जनसभा करने गए थे तो उन्होंने अनुराग ठाकुर के बारे में कहा था कि अनुराग के रूप में आपको बने बनाए मंत्री मिलने वाले हैं। लेकिन अब मोदी मंत्रीमंडल में उनका नाम नहीं है।

बहरहाल हरियाणा के सवाल की ओर लौटते हैं और बात करते हैं कि इन तीन मंत्रियों का हरियाणा की जनता को कितना फायदा होगा? क्या ये तीनों मंत्री हरियाणा के हितों का ख्याल रखने में कामयाब होंगे? क्या ये तीनों मंत्री हरियाणा के लिए बड़ी सौगातें लाने में सफल होंगे? और लोगों में पार्टी के खिलाफ जो इमेज बनी है उसे सुधारने में कामयाब होंगे?

और इन्हीं सवालों को अगर पार्टी के नजरिए से और ज्यादा कुरदने की कोशिश करें तो क्या ये तीन मंत्री हरियाणा में आने वाले विधानसभा चुनावों तक इतना बेहतर परफॉर्म कर पाएंगे जिससे लोगों में ये विश्वास बने कि प्रदेश और केंद्र की डबल इंजन की सरकार को बनाए रखने में ही अकलमंदी है। क्योंकि इस डबल इंजन सरकार से ही प्रदेश विकास के पथ पर सरपट दौड़ सकता है ?

इन तीनों मंत्रियों के कंधों पर जिम्मेदारी तो प्रदेश के लोगों में इसी तरह का विश्वास पैदा करने की होगी, अब ये मंत्री हरियाणा की जनता में ये विश्वास पैदा कर पाते हैं या नहीं ये तो आने वाले वक्त में जब इन मंत्रियों के हाथों में कमान आएगी और ये काम करना शुरू करेंगे तभी पता चल पाएगा।

लेकिन इतना जरूर है कि हरियाणा में अगर बीजेपी को अपनी सियासी जमीन बचानी है और अगर विधानसभा चुनावों में जीत की हैट्रिक लगानी है तो फिर इस बाकी बचे समय में लोगों का हृदय परिवर्तन करना ही होगा और उसके लिए लोगों के मुद्दों पर काम करना होगा। बेरोजगारी, महंगाई, अग्निवीर, सरकारी नौकरियां  जैसे मुद्दों को असल मुद्दे समझना होगा और उन पर जनता के हित में काम करना होगा। अगर नए मंत्री और सरकार मिलकर जनता के ये काम कर देते हैं तो फिर जनता जरूर इनके बारे में सोच सकती है। क्योंकि लोकसभा चुनावों में जो गुस्सा लोगों में देखने को मिला उससे लोगों का मूड जाहिर है अब नेतागण अगर अभी भी ना समझें तो फिर आने वाले समय में उनके लिए ही मुश्किल हो सकती है।