लुधियाना में पराली जलाने के मामलों में 40% की गिरावट -डीसी सुरभि मलिक

लुधियाना में पराली जलाने के मामलों में 40% की गिरावट -डीसी सुरभि मलिक

उपायुक्त सुरभि मलिक ने आज कहा कि सभी हितधारकों के सामूहिक प्रयासों के परिणामस्वरूप इस वर्ष लुधियाना जिले में पराली जलाने के मामलों में लगभग 40 प्रतिशत की उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है।

मीडिया से बातचीत करते हुए डीसी ने कहा कि पिछले साल के आंकड़ों की तुलना में इस साल खेतों में आग लगने के मामलों में काफी गिरावट देखी गई है।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन जिले में खेतों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस प्रयास कर रहा है और इस मिशन को हासिल करने के लिए एक बहुआयामी रणनीति अपनाई गई है।

उन्होंने कहा कि पराली प्रबंधन अपनाने के लिए प्रगतिशील किसानों को प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जा रहा है, जबकि सरकारी आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन ने इन-सीटू और एक्स-सीटू प्रबंधन प्रणालियों के माध्यम से फसल अवशेषों से निपटने के लिए आठ हजार से अधिक मशीनों की व्यवस्था की है।

यह मशीनरी किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से प्रदान की जा रही है ताकि वे इसका उपयोग धान की पराली को जलाए बिना उसके प्रबंधन के लिए कर सकें।

डिप्टी कमिश्नर ने आगे बताया कि पराली जलाने के खतरनाक स्वास्थ्य और पर्यावरणीय प्रभावों के खिलाफ किसानों को जागरूक करने के लिए प्रशासन द्वारा एक व्यापक जागरूकता अभियान भी शुरू किया गया है। उन्होंने किसानों से ऐसी प्रथाओं को त्यागकर इस समस्या से स्थायी रूप से निपटने के लिए सरकार के साथ हाथ मिलाने का आग्रह किया।