सीएम खट्टर ने जनवरी 2023 में 50000 नौकरियां देने का वादा किया था : अनुराग ढांडा

सीएम खट्टर ने जनवरी 2023 में 50000 नौकरियां देने का वादा किया था : अनुराग ढांडा

आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने वीरवार को आम आदमी पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता कर 2023 में 50,000 सरकारी नौकरियां देने के मुद्दे पर खट्टर सरकार को दी खुली चुनौती। उन्होंने कहा कि यदि सीएम खट्टर ने 50000 तो दूर पिछले एक साल में यदि 1000 नौकरियां भी दी हैं तो उनकी सूची जारी करे, नहीं तो प्रदेश की जनता और युवाओं से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे।

इस दौरान उनके साथ आम आदमी पार्टी की महिला विंग की प्रदेश उपाध्यक्ष राजकौर गिल और पंचकुला जिला अध्यक्ष रणजीत उप्पल मौजूद रहे। अनुराग ढांडा ने कहा कि जब मैंने नौकरियों को लेकर खट्टर सरकार से कुछ सवाल पूछे तो भाजपा ने पेड ट्रॉल्स की पूरी टीम सोशल मीडिया पर उतार दी। आम आदमी पार्टी के खिलाफ एक नैरेटिव बनाने के लिए कि नौकरियों को लेकर पूछे गए सवाल सही नहीं हैं। यदि सीएम खट्टर 2023 में दी गई एक हजार नौकरियों की भी लिस्ट जारी कर दे मैं अपनी गलती मानने के लिए तैयार हूं।

उन्होंने कहा सीएम खट्टर ने 6 जनवरी 2023 को एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि “वर्ष 2023 में ग्रुप सी और डी के लिए हम हरियाणा में 50,000 भर्तियां करने जा रहे हैं। प्रदेश वासी अपना विश्वास बनाए रखें और किसी के बहकावे में न आए।” उन्होंने कहा कि पूरा एक साल बीतने के बाद 50,000 तो दूर, सीएम खट्टर 2023 में दी गई एक हजार नौकरियों की लिस्ट भी सार्वजनिक कर दें तो उनका बड़ा आभार होगा। ताकि प्रदेश के युवाओं को भी पता चलेगा कि सीएम खट्टर उनके लिए कितना कुछ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब भाजपा की सोशल मीडिया ट्रॉल्स की टीम ने आम आदमी पार्टी को इस मुद्दे पर टारगेट किया तो किसी ट्रोलर ने अपने जवाब में कौन सी नौकरियां दी इसके बारे में जिक्र नहीं किया।

उन्होंने कहा कि भाजपा में ऐसे शख्स के पास नौकरियां देने की जिम्मेदारियां आ गई है जिसे नौकरी का न भी नहीं पता। भाजपा सरकार को पहले ग्रुप सी की 32000 भर्तियां पूरी करनी थी जो कोर्ट में अटकी पड़ी है। भाजपा सरकार अब ग्रुप डी की साढ़े 13000 भर्तियां कर रही है। लेकिन जब ये साढ़े 13000 भर्तियां हो जाएंगी और कल को जब ग्रुप सी की भर्तियां करेंगे तो इनमें से 10000 बच्चे ग्रुप सी में सेलेक्ट होकर अपनी ग्रुप डी की नौकरी छोड़कर ग्रुप सी की नौकरी में चले जाएंगे और ग्रुप डी की पोस्ट वापस से खाली हो जाएंगी। यानी भाजपा सरकार ने जो साढ़े 13000 नौकरियों का दावा किया वो मात्र एक बेवकूफाना हरकत बनकर रह जाएगी। खट्टर सरकार बताए कि ऐसी भर्तियों का क्या मतलब है?

उन्होंने कहा कि ये ग्रुप डी की भर्तियां भी तब मानेंगे जब खट्टर सरकार इस भर्ती को पूरा कर दे। क्योंकि अभी तक ऐसी एक भी भर्ती नहीं है जो कोर्ट में न अटके। अब हरियाणा सरकार ने 28 जनवरी को होने वाली वेटरनरी सर्जन की परीक्षा को रद्द कर दिया। उससे पहले न जाने ऐसे कितने केस हरियाणा की जनता देख चुकी है। उन्होंने कहा कि क्या ऐसी अतार्किक भर्ती नीति किसी सरकार की हो सकती है? यदि सीएम खट्टर को ये लगता है कि युवाओं की नौकरी के बारे में वे प्रदेश को गुमराह कर सकते हैं तो ये सीएम खट्टर की गलतफहमी है। आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर सरकार को छुपाने नहीं देगी। सीएम खट्टर को जवाब देना होगा कि जब 2023 में 50,000 नौकरियों का वादा किया था तो अब मुंह छिपाते क्यों फिर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि सीएम खट्टर 1000 नौकरियों की लिस्ट भी जारी नहीं कर सकते तो युवाओं से झूठ बोलने, गुमराह करने और युवाओं का भविष्य खराब करने के लिए प्रदेश की जनता से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे।