गलवान घाटी के संघर्ष में घायल हुए हवलदार बिशन सिंह शहीद

गलवान घाटी के संघर्ष में घायल हुए हवलदार बिशन सिंह शहीद
शहीद हवलदार बिशन सिंह (फाइल)

हल्द्वानी: लद्दाख की गलवान घाटी में झड़प के दौरान घायल हुए उत्तराखंड के जवान हवलदार बिशन सिंह शहीद हो गए हैं। शहीद ने इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। शहीद का पार्थिव शरीर आज उनके घर पहुंच गया है। 15-16 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में एलएसी पर हुई इस झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल समेत 20 सैनिकों की शहातद हुई थी। 43 वर्षीय शहीद बिशन सिंह मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में बंगापानी के रहने वाले थे। शहीद बिशन सिंह गलवां घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में घायल हुए थे। सात आठ दिन तक एमएच लेह में उनका इलाज चला था। इसके बाद वे दोबारा ड्यूटी पर चले गए थे। 
दोबारा गलवां घाटी पहुंचने के बाद उनकी हालत फिर बिगड़ गई। उन्हें इलाज के लिए चंडीगड़ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। लेकिन इलाज के दौरान जवान की जान चली गई। शहीद बिशन सिंह का पार्थिव शरीर रात करीब 1:30 बजे कामलुवागांजा स्थित उनके भाई जगत सिंह के आवास पर पहुंचाया गया। जानकारी के अनुसार, शहीद बिशन सिंह 31 अगस्त 2020 को सेवानिवृत्त होने वाले थे। शहीद बिशन सिंह अपने पीछे पत्नी सती देवी 40 वर्ष, पुत्र मनोज 19 वर्ष और पुत्री मनीषा 16 वर्ष को छोड़ गए हैं।