ऋषिकेश: जल्द शुरू होने वाला है राफ्टिंग का रोमांच

ऋषिकेश: जल्द शुरू होने वाला है राफ्टिंग का रोमांच
20 सितंबर से गंगाघाटी में शुरू होने वाला है राफ्टिंग का रोमांच

ऋषिकेश।  लंबे ब्रेक के बाद गंगा की लहरों पर रोमांच का सफर फिर शुरू होने वाला है। 20 सितंबर से गंगा में रंग-बिरंगी राफ्टें उतर सकती हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद कारोबारी तैयारियों में जुट गये हैं।सितंबर से जून के बीच 10 माह चलने वाली राफ्टिंग में 258 कंपनियों के पास 576 राफ्टें हैं। प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से 20 हजार से अधिक लोगों का रोजगार इससे जुड़ा है। कौडियाला से ऋषिकेश के बीच 42 किमी की दूरी ढाई घंटे और शिवपुरी से ऋषिकेश के बीच 22 किमी की दूरी डेढ़ घंटे में पूरी होती है। फरवरी से जून के बीच राफ्टिंग के लिए भीड़ रहती है। राफ्टिंग का सालाना कारोबार 20 से 30 करोड़ का होता है। बीते रोज राजधानी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अधिकारियों को राफ्टिंग शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद गंगाघाटी के कारोबारी तैयारियों में जुट गए हैं। वह राफ्टों को सजाने और संवारने में जुट गए हैं। राफ्टिंग व्यवसायी सुभाष चौहान, मुकेश कंसवाल, अनुभव पयाल और जीतपाल ने बताया कि पांच माह से राफ्टिंग व्यवसाय ठप पड़ा है। पहले एक सितबंर से राफ्टिंग शुरू होती थी। लेकिन बारिश एवं कोरोना के चलते राफ्टिंग शुरू नहीं हो पायी। क्यूं स्पेशल है गंगा में राफ्टिंग गंगा में राफ्टिंग का कारोबार 1976 में शुरू हुआ। अन्य नदियों के मुकाबले गंगा का वेग ज्यादा तेज है। साथ ही शहर के नजदीक होने के कारण इसे सुरक्षित भी माना जाता है।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राफ्टिंग की तैयारी समिति ने शुरू कर दी है। अब सरकार की ओर से इसे खोलने के आदेश का इंतजार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि 20 सितंबर से राफ्टिंग शुरू की जा सकती है। -दिनेश भट्ट, अध्यक्ष गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति