पुलवामा आतंकी हमले की तीसरी बरसी पर उत्तराखंड के शहीदों को नमन

पुलवामा आतंकी हमले की तीसरी बरसी पर उत्तराखंड के शहीदों को नमन

उत्तराखंड : 14 फरवरी का दिन कभी भुलाया नहीं जा सकता। साल 2019 में 14 फरवरी को आज ही के दिन Pulwama में आतंकी हमला हुआ था। आज पुलवामा हमले की तीसरी बरसी है। इसी दिन जम्मू-कश्मीर के जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवंतीपोरा के पास गोरीपोरा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इनमें दो जवान उत्तराखंड के थे। एक जवान उत्‍तरकाशी का, जबकि दूसरा उधमसिंह नगर जिले के खटीमा का रहने वाला था।
शहीद वीरेंद्र सिंह उधमसिंह नगर जिले के खटीमा के मोहम्मदपुर भुढ़िया गांव के रहने वाले थे । वे सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन में जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। वहीं, दूसरा शहीद जवान मोहन लाल रतूड़ी उत्‍तरकाशी के चिन्यालीसौड के बनकोट का रहने वाले थे। मोहन लाल रतूड़ी रामपुर ग्रुप सेंटर की 110 बटालियन में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर रोड गश्त ड्यूटी में तैनात थे।
पुलवामा अटैक 26/11 के हमले के बाद 11 सालों में हुआ दूसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला था। पहली बार आतंकियों सेना के काफिले पर इतना बड़ा हमला किया था। जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी। यह विस्फोट इतना ज़ोरदार था कि सीआरपीएफ़ के बस के टुकड़े-टुकड़े हो गए थे। यह बस सीआरपीएफ़ की 54वीं बटालियन की थी जिसमें 40 जवान बैठे हुए थे।
इस हमले के बाद आई तस्वीरों ने जहां देश की आंखों को नम किया तो वहीं आतंकवाद के खिलाफ लोगों में एक गुस्सा भी भरा। जिसके फलस्वरुप ऑपरेशन बालाकोट द्वारा एयरफोर्स के 12 मिराज फाइटर प्लेनों ने जैश के कैंपों को पूरी तरह तबाह कर दिया। 
आज पूरा देश उन वीर सपूतो को उनके इस अतुलनीय बलिदान के लिए नमन कर रहा है।