चमोली: सुमना हिमस्खलन हादसे में अब तक 15 शव बरामद, तीन अभी भी लापता
चमोली: सुमना में हुए हिमस्खलन के चौथे दिन भी सीमा सड़क संगठन (BRO) के कैंप में सेना ने अपना रेस्क्यू कार्य जारी है। सोमवार को बर्फ में खोज के दौरान तीन मजदूरों के शव और मिले, जिन्हें सेेना के हेलीकॉप्टर से जोशीमठ लाया गया। अब हादसे में मरने वालों की संख्या 15 हो गई है।अभी भी 3 मजदूर लापता हैं, जिनकी सेना की ओर से उनकी खोज की जा रही है। जोशीमठ में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जा रहे हैं। 24 अप्रैल को बर्फबारी के दौरान बीआरओ के कैंप पर हिमस्खलन के कारण बीआरओ के मजदूर दब गए थे जबकि 384 मजदूरों को सेना केे जवानों ने सकुशल निकाल दिया था। सोमवार को छह लापता मजदूरों में से तीन मजदूरों के शव बर्फ से बरामद किए गए। शव की शिनाख्त सर्किल सिंह (30) पुत्र जयराम सिंह निवासी पहरीडीहा, जस्टीकर थाना जरमुंडी दुमडा झारखंड, उपेंद्र सिंह (20) पुत्र रामप्रसाद सिंह निवासी पहरीडीहा जस्टीकर थाना जरमुंडी दुमका झारखंड के रूप में हुई जबकि तीसरे की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
इसके अलावा, घटना में घायल हुए सात लोगों का उपचार चल रहा है । उनमें से पांच घायल जोशीमठ सेना अस्पताल में भर्ती हैं जबकि दो अन्य को देहरादून ले जाया गया है ।मलारी गांव से करीब 25 किलोमीटर दूर सुमना धौलीगंगा नदी से निकलने वाली दो धाराओं, गिरथीगाड और किओगाठ के संगम पर स्थित है और हिमस्खलन के समय मौके पर सीमा सडक संगठन का निर्माण कार्य चल रहा था जहां मजदूर काम कर रहे थे ।
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