चमोली: भरभराकर गिरा होटल, पल भर में हो गया जमींदोज
गोपेश्वर (चमोली)। उत्तराखंड के चमोली जिले में बदरीनाथ नेशनल हाइवे पर झड़कुला के पास लगभग 200 मीटर तक का भूभाग खतरे की जद में आ गया है। यहां 25 जुलाई को एक 20 कमरों के होटल के नीचे से भूस्खलन हो गया था। आज शनिवार को दोपहर में होटल का एक बढ़ा हिस्सा भरभराकर टूट गया। खतरे को देखते हुए पुलिस और एसडीआरएफ की टीम की ओर से होटल को पूर्व में ही खाली करवा दिया गया था। जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। होटल के टूटने की प्रत्यक्षदर्शियों ने फोटो और वीडियो बनाई।
बता दें कि 25 जुलाई को भारी बारिश के दौरान तपोवन-विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना की सुरंग के आगे से भारी मात्रा में भूस्खलन हो गया था, जिससे बदरीनाथ हाईवे भी झड़कुला के समीप भूस्खलन की जद में आ गया। यहां एक निजी होटल के नीचे से भूस्खलन होने के कारण इसकी कभी भी ढहने की संभावना बनी हुई थी, जिसे देखते हुए जोशीमठ थाना पुलिस ने होटल को खाली करवा दिया था। शनिवार को अचानक दोपहर में होटल भरभराकर चट्टान की ओर ढह गया।
उत्तराखंड के चमोली में बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर झड़कुला के पास 25 जुलाई को भूस्खलन से होटल के नीचे ज़मीन खिसक गयी थी।शनिवार को होटल का एक हिस्सा ढह गया।पुलिस व SDRF ने होटल को पहले ही खाली करा दिया था,जिससे जनहानि नहीं हुई।@JagranNews @MygovU @uttarakhandcops #UttarakhandDisaster pic.twitter.com/Kmp2Uf9lRX
— amit singh (@Join_AmitSingh) August 7, 2021
25 जुलाई को हुआ भारी भूस्खलन
25 जुलाई को तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के सेलंग स्थित टीवीएम साइट के प्रवेश द्वार के ऊपरी हिस्से में भारी भूस्खलन होने से सुरंग का प्रवेश द्वार क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे कंपनी को करोड़ो का नुकसान हुआ था। इससे सुरंग में आवाजाही के लिए टनल के द्वार पूर्ण रूप से बंद हो गया था। भूस्खलन इतना भीषण था कि एक होटल, एक गौशाला क्षतिग्रस्त होने की कगार पर पहुंच गया था। आज प्रसाशन, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके गयी औऱ वस्तु स्थिति का जायजा लिया।