पंजाब में हरजिंदर सिंह धामी चौथी बार चुने गए SGPC प्रधान, जागीर कौर को सिर्फ 33 वोट, नजर आया अकाली दल का दबदबा

पंजाब में हरजिंदर सिंह धामी चौथी बार चुने गए SGPC प्रधान, जागीर कौर को सिर्फ 33 वोट, नजर आया अकाली दल का दबदबा

सोमवार 28 अक्टूबर को पंजाब के अमृतसर में सोमवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का नया प्रधान चुन लिया गया है। एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी चौथी बार SGPC के प्रधान चुने गए हैं।

हरजिंदर सिंह धामी को 107 वोट मिले। वहीं बागी गुट की उम्मीदवार बीबी जागीर कौर को सिर्फ 33 वोट मिले।

वहीं प्रधान बनते ही हरजिंदर सिंह धामी ने RSS, बीजेपी और कांग्रेस पर सिख मामलों में दखलअंदाजी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसमें आम आदमी पार्टी भी पीछे नहीं।  

इनकी तरफ से सिखों के मामले उलझाए जा रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि सिक्खों के मामलों को भटकाया जा रहा है।

आपको बता दें कि बादल परिवार का SGPC पर 1990 के दशक से प्रभाव है। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. प्रकाश सिंह बादल ने 1996 में SGPC अध्यक्ष का पद संभाला था। इसके बाद ही बादल परिवार का SGPC में प्रभाव बढ़ा और उनके करीबियों की नियुक्तियां शुरू हुईं।

यहां ये जानना जरूरी है कि 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद शिरोमणि अकाली दल का प्रभाव राज्य में कम हो गया। हाल ही में पार्टी के नेताओं में फूट पड़ गई और उन्होंने अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को पद से हटाने की मांग की। अकाल तख्त साहिब ने सुखबीर सिंह बादल को तनखाहिया घोषित किया। इसके बाद पार्टी ने 4 सीटों पर हो रहे उपचुनाव भी ना लड़ने का फैसला किया।

बड़ी बात ये है कि इस बार माना जा रहा था कि अकाली दल में फूट का SGPC चुनाव पर असर पड़ेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बागी गुट की बीबी जागीर कौर को 2022 से भी कम वोट मिले।

ऐसे में माना जा रहा है कि अकाली दल को उभरने का एक और मौका मिला है।

वहीं रघुजीत सिंह विर्क को सीनियर मीत प्रधान नियुक्त किया गया है और शेर सिंह मंड को जनरल सेक्रेटरी बनाया गया है। इसके साथ ही 11 एग्जीक्यूटिव सदस्य भी बना दिए गए हैं, जिनमें बीबी हरजिंदर कौर, अमरीक सिंह, सुरजीत सिंह, परमजीत सिंह खालसा, सरदार सुरजीत सिंह गड़ी, बलदेव सिंह कैमपुर, दलजीत सिंह भिंडर, सुखप्रीत सिंह रोडे, रविंदर सिंह खालसा, जसवंत सिंह और परमजीत सिंह रायपुर शामिल हैं।