श्रीनगर: सीएम ने किया नवनिर्मित संयुक्त चिकित्सालय का लोकार्पण
श्रीनगर: अल्मोड़ा के बाद आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत पौड़ी जिले के दौरे पर हैं। यहां श्रीनकर में सीएम ने 52 बेड के नवनिर्मित संयुक्त चिकित्सालय का लोकार्पण करने के साथ ही प्रसिद्ध चित्रकार मौलाराम की मूर्ति का अनावरण भी किया। इसके बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत एनआईटी हैलीपैड से पौड़ी रवाना हो जाएंगे।
LIVE : जनपद पौड़ी के श्रीनगर स्थित संयुक्त चिकित्सालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण तथा स्व. श्री मोलाराम जी की प्रतिमा का अनावरण। https://t.co/sjtS7uIf1b
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) January 28, 2021
साढ़े पांच बजे कंडोलिया मंदिर में पूजा-अर्चना कर सीएम कंडोलिया पार्क जनता को समर्पित करेंगे। शुक्रवार को वह संस्कृति भवन प्रेक्षागृह में सुबह करीब 10 बजे भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। इसके बाद टेका रोड पौड़ी में चेरी ब्लॉसम के पौधरोपण कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
डबललेन सड़कों से जुड़ेंगे विकास खण्ड मुख्यालय – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि प्रदेश में विकास खण्ड स्तर तक बेहतर सड़क सुविधाओं के विकास एवं सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिये विकास खण्ड मुख्यालयों को डबल लेन सड़क से जोड़ा जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास खण्ड मुख्यालयों को जोड़ने वाली अधिकांश सड़कें कम चौड़ी होने के कारण यातायात की सुगमता के लिये कम आबादी वाले विकास खण्डों को जोड़ने वाली सड़कों को डेढ़ लेन तथा अधिक आबादी वाले विकास खण्डों को डबल लेन सड़क से जोड़ा जायेगा। डबल लेन सडक से इन क्षेत्रों में अवागमन और अधिक सुरक्षित तथा सुविधापूर्ण हो सकेगा। यातायात नियंत्रण एवं सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में भी इससे मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास खण्डों को जोड़ने वाली सड़कों के चौड़ीकरण से राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक आवागमन सुरक्षित होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी गांवों को सडक से जोड़ने का लक्ष्य भी पूर्ण होने वाला है। इससे विकास खण्डों तक ग्रामीण क्षेत्र वासियों को आवगमन में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सडकों का सुदृढ़ीकरण क्षेत्रीय विकास की राह भी प्रशस्त करती है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश की राजधानी से राज्य को जोड़ने वाली सड़कों के और अधिक सुदृढ़ीकरण एवं चारधाम तथा भारतमाला सड़क परियोजनाओं से राज्य के सभी लोग बेहतर सड़कों से जुड़ जायेंगे। कर्णप्रयाग तक रेल पहुंचने से राज्य वासियों को तो सुविधा होगी है, चार धाम यात्रा के भी नये आयाम प्राप्त होंगे