मासूम से दरिंदगी पर हरिद्वार में फूटा आक्रोश, फरार आरोपी को नहीं पकड़ पाई पुलिस

मासूम से दरिंदगी पर हरिद्वार में फूटा आक्रोश, फरार आरोपी को नहीं पकड़ पाई पुलिस
मासूम से दरिंदगी पर हरिद्वार में फूटा आक्रोश, फरार आरोपी को नहीं पकड़ पाई पुलिस

हरिद्वार:  मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी के दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर मंगलवार शाम को शहर के लोगों का आक्रोष फूट पड़ा। शहर के बड़े बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे पर भी सड़क पर उतर आए और ऋषिकुल तिराहे पर जाम लगा दिया। करीब डेढ़ घंटे तक चले जाम के दौरान लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले शहर के तमाम संगठनों ने मिलकर मासूम को न्याय दिलाने के लिए मशाल और कैंडल मार्च निकाला।लोगों का आक्रोश देख पुलिस के हाथ पैर फूल गए। एलआईयू ने पहले ही जनआक्रोश भड़कने की पुलिस को खबर दी थी। इसके चलते मासूम के घर के आसपास भारी पुलिस फोर्स और पीएसी तैनात कर दी थी। मंगलवार शाम सैकड़ों लोगों के सड़कों पर उतरने से पुलिस फोर्स के पसीने छूट गए।
शाम साढ़े पांच बजे मासूम के घर के बाहर लोग एकत्र होने शुरू हो गए थे। करीब छह बजे पंचपुरी जाट महासभा के अध्यक्ष देवपाल राठी के नेतृत्व में लोगों ने मशाल जुलूस निकाला। इसमें कालोनी के बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं के अलावा शहर के कई संगठनों के कार्यकर्ता शामिल थे। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा अध्यक्ष अधीर कौशिक के नेतृत्व में कैंडल मार्च रानीपुर मोड़ से निकाला गया। पुरानी रानीपुर मोड़ के पास मशाल और कैंडल मार्च आपस में मिल गए और चंद्राचार्य चौक तक पहुंचे। चौक से सैकड़ों लोग मशाल और कैंडल मार्च के साथ ऋषिकुल तिराहा पहुंचे। ऋषिकुल तिराहा पर लोगों ने जाम लगा दिया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित लोगों ने कहा कि पुलिस ने फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए 24 घंटे का वक्त मांगा था। लेकिन पुलिस आरोपी को नहीं पकड़ सकी है। लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। जाम के दौरान तिराहे पर तीनों तरफ से वाहनों की लंबी कतार लग गई। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एएसपी डा. बिशाखा अशोक भड़ाने और मंगलौर सीओ अभय सिंह ने बमुश्किल जाम खुलवाया। 

रुड़की में मिली आरोपी की लोकेशन

जिस मकान में यह वारदात हुई वह कपड़ा व्यापारी राजीव कुमार का है। जहां  उसका भांजा रामतीरथ यादव दो साल से रह रहा था। बच्ची की हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी। पुलिस ने रामतीरथ यादव को मौके से गिरफ्तार कर लिया, जबकि राजीव कुमार फरार हो गया था।बच्ची के पिता की तहरीर पर पुलिस ने रामतीरथ यादव और राजीव कुमार के खिलाफ हत्या, दुष्कर्म, अपहरण का मुकदमा दर्ज है। फरार आरोपी राजीव का फोन शनिवार रात से ही बंद है। उसकी मोबाइल की आखिरी लोकेशन रुड़की बताई जा रही है। एसएसपी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने आरोपियों को दबोचने के लिए एसओजी के अलावा कोतवाली एवं जिला पुलिस की आठ टीमें लगाई हैं।

टीमें संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापा मार रही है। दोनों ही आरोपी यूपी के सुल्तानपुर अलीगंज के मूल निवासी हैं। एक टीम को वहां भी भेजा गया है। हरिद्वार, देहरादून के अलावा राजीव के छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक राजीव के संपर्क खंगालकर नजदीकी लोगों के नंबर सर्विलांस पर लगाए गए हैं। राजीव के नजदीकी लोगों के आसपास पुलिसकर्मियों को सादी वर्दी में तैनात किया गया है।