खास यह पोशाक जिसे पहन पीएम मोदी ने किए बाबा केदार के दर्शन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारनाथ में जिस पोशाक को पहनकर पूजा करते नजर आए वह हिमाचल निवासी हरि सिंह द्वारा हाथों से तैयार की गई है। प्रधानमंत्री को इस पोशाक को आगामी हिमाचल चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
बीते दिनों हिमाचल प्रदेश दौरे के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री को चोला-डोरा पोशाक उपहार दी थी। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वादा किया था कि जब किसी महत्वपूर्ण स्थान पर जाएंगे तो इस परिधान को पहनेंगे।शुक्रवार को प्रधानमंत्री पोशाक चोला डोरा को पहनकर पहुंचे और इसी पोशाक में उन्होंने केदारनाथ मंदिर में तकरीबन आधे घंटे तक पूजा भी की।
हिमाचल में विशेष है चोला डोरा
हिमाचल प्रदेश का पहनावा अपने आप में बहुत विशिष्ट है। हाथों से बनाया गया एक चोला होता है जिसे चोला-डोरा, या फिर ‘चोलू’ भी कहते है। यह वेशभूषा बहुत आकर्षक और विश्व प्रसिद्ध है। यह महिलाओ पर बहुत सुंदर लगती है। दूसरी पोषक या पहनावा है चोला एक लंबे कोट की तरह होता हैत्र जो पूरी तरह ऊन से बना होता है।
ओवरकोट जैसी होती है चोला डोरा पोशाक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर ब्रह्मकमल टोपी पहनी थी। जिसके बाद इस टोपी की जहां मांग अधिक रही वहीं उत्तराखंड की संस्कृति को विशेष पहचान मिली। इस टोपी को डिजाइन करने वाले सोहम हिमालयन सेंटर के संचालक मसूरी निवासी समीर शुक्ला बताते हैं कि स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग प्रधानमंत्री से अच्छा कोई नहीं कर सकता। वह जिसे पहनते हैं वह विशेष बन जाती है। ब्रह्मकमल टोपी हर किसी के सिर पर छाई है।
इस बार प्रधानमंत्री चोला-डोरा पोशाक के साथ केदारनाथ पहुंचे जो हिमाचल की विशेष पोशाक है। यह पोशाक ओवरकोट जैसी होती है। जो ऊंचाई वाले क्षेत्र में भेड़ की ऊन के कपड़े से तैयार की जाती है। जिसे स्थानीय लोग तैयार करते हैं। दिखने में यह नरम जबकि कपड़ा काफी मोटा होता है। पहले यह साधारण होती थी जिसमें हाथ और गले पर पट्टी बनाई जाती थी। लेकिन अब इस पोशाक में डेकोरेशन होने लगा है। प्रधानमंत्री इस पोशाक को पहनकर बाबा केदार के द्वारा पहुंचे। अच्छा लगता है कि स्थानीय उत्पाद प्रमोट हो रहे हैं।