दायित्व बंटेगे या नहीं? क्या बोले सीएम तीरथ

दायित्व बंटेगे या नहीं? क्या बोले सीएम तीरथ
दायित्व बंटेगे या नहीं? क्या बोले सीएम तीरथ

देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand ) के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) ने प्रदेश में दायित्व बंटने के सवाल पर कहा है कि अभी उनका फोकस हरिद्वार महाकुंभ (Mahakumbh 2021) और चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra 2021) पर है। दायित्वों के बांटे जाने पर अभी विचार नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि दायित्वों का आवंटन उनकी बड़ी प्राथमिकता नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान पहले हरिद्वार महाकुंभ और अगले माह से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा पर है। कहा कि तीनों शाही स्नान कोविड के नियमों का पालन करते हुए कुशलता से संपन्न हों, इसी पर काम किया जा रहा है। चारधाम रूट पर पानी, बिजली, सड़क और स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुस्त व बेहतर हों, संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं। वे खुद ही इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं। चूंकि, उत्तराखंड में पर्यटन व तीर्थाटन सीधे-सीधे आर्थिकी से जुड़ा है इसीलिए सरकार पूरे साल पर्यटन की गतिविधियों को सुचारु रखने के लिए प्लान बना रही है।       बंटेंगे तो सीमित होगी संख्या 
वहीं भाजपा के सूत्रों कहना है कि यदि दायित्व बंटेंगे तो संख्या सीमित ही रखी जाएगी। दायित्वों को लेकर संगठन व सरकार में पहले चर्चा होगी। इस पर भाजपा हाईकमान से राय भी ली जाएगी। चूंकि, सरकार के पास वक्त कम है। ऐसे में अल्प समय के लिए ज्यादा लालबत्तियां बांटने के पक्ष में सरकार भी नहीं है। सिर्फ जो जरूरी ओहदे हैं, उनमें वरिष्ठ और समर्पित कार्यकर्ताओं को एडजस्ट किया जा सकता है। 

ये भी पढ़ें:महाकुंभ 2021 : सोमवती अमावस्या के शाही स्नान पर्व पर हरिद्वार में उमड़ी भारी भीड़

ये भी पढ़ें:भाजपा छोड़ आम आदमी पार्टी में जाएंगे महाराज..? सुनिए क्या कहा उन्होंने