देहरादून: फिर से गरजी अतिक्रमण विरोधी जेसीबी

देहरादून: फिर से गरजी अतिक्रमण विरोधी जेसीबी
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देहरादून: राजधानी में एक बार फिर से अतिक्रमण पर जेसीबी चल रही है। इसके साथ ही अतिक्रमण हटाओ टास्क फोर्स चिह्नीकरण की कार्रवाई भी कर रही है। हर जोन में एसडीएम और सीओ की तैनाती है। एक घंटे अतिक्रमण चिह्नीकरण हुआ। इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई।
हाईकोर्ट में पेश की जाएगी रिपोर्ट
करीब एक सप्ताह चलने वाले अभियान की रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश की जाएगी। वहीं अतिक्रमण हटाओ अभियान की वजह से राजधानी की सड़कों पर बार-बार लंबा जाम लग रहा है। वाहनों के पहिए जाम हो गए हैं। जाम की वजह से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
टास्क फोर्स के प्रभारी विनय शंकर पांडेय ने बताया कि दो साल पहले हाईकोर्ट के आदेश पर टास्क फोर्स ने शहर को चार जोन में बांटकर प्रमुख सड़कों से अतिक्रमण हटाया था। इस दौरान चिन्हीकरण के बाद भी कुछ लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाया था, जिन पर फिर से कार्रवाई की जा रही है। बताया कि जो लोग खुद अतिक्रमण हटाएंगे, उन पर टीम कार्रवाई नहीं करेगी। जिन लोगों का अतिक्रमण टास्क फोर्स हटाएगी, उनसे कार्रवाई में आने वाले खर्च भी वसूला जाएगा। 
अतिक्रमण पर लगे लाल निशान गायब  
दो साल पहले हाईकोर्ट के आदेश पर मेगा अभियान चलाकर अतिक्रमण ध्वस्त किया गया था, लेकिन अभियान थमने के बाद अतिक्रमणकारियों के हौसले फिर से बुलंद हो गए हैं। अतिक्रमण पर लगाए लाल निशान को लोगों ने मिटा दिया है। जहां से भी अतिक्रमण हटाया गया, उन स्थानों पर फिर से अतिक्रमण कर लिया गया है। इस कारण कई जगह जाम की समस्या बढ़ रही है। अधिकारियों की सुस्ती के चलते अब सड़कों पर दोबारा से कब्जे होने लगे हैं। 
हाईकोर्ट के आदेश पर चला था अभियान 
हाईकोर्ट ने जनहित याचिका का संज्ञान लेते हुए 18 जून 2018 को शहर में अतिक्रमण हटाने का आदेश सरकार को दिया था। इसमें सड़क, नाली और फुटपाथ समेत सरकारी जमीन, कॉलोनियों आदि में अतिक्रमण हटना था। आदेश के दस दिन बाद 27 जून को प्रशासन ने शहर को चार जोन में बांटते हुए अतिक्रमण का चिह्निकरण शुरू किया। हाईकोर्ट के डर से अधिकारियों ने अभियान पर गंभीर रुख दिखाया, लेकिन इसके बाद बारिश, विधानसभा सत्र, इन्वेस्टर्स मीट आदि होने पर पुलिस फोर्स की कमी बताते हुए अभियान रोक दिया गया।