महाराज! यहां की पब्लिक नाराज़ है, बहुत नाराज है.. !

महाराज! यहां की पब्लिक नाराज़ है, बहुत नाराज है.. !
महाराज! यहां की पब्लिक नाराज़ है, बहुत नाराज है.. !

बैजरौ (पौड़ी गढ़वाल): ये इलाका चौबट्टाखाल विधानसभा में आता है। यहां के विधायक सतपाल महाराज (Satpal Maharaj) हैं। महाराज जी ने इलाके में अपनी साख बनाने के लिए कई सड़कों के डामरीकरण की सिफारिश की। लेकिन वो करीब 9 साल पहले बनी बैजरौ बएडा सड़क को भूल गए या फिर जानबूझकर याद नहीं किया।इस सड़क पर लगातार वाहन हिचकोले खा रहे हैं। पैदल मार्ग से बद्दतर है सड़क की हालत। महाराज यहां के विधायक हैं। वोट मांगने तो पहुंच जाते हैं पर सड़क नहीं दिखती क्या?
विधान सभा क्षेत्र चैबट्टाखाल के अन्तर्गत विभिन्न विकास खण्डों में वार्षिक अनुरक्षण के तहत 18 मोटर मार्गों के डामरीकरण की स्वीकृति दी गयी है। क्षेत्रीय विधायक व उत्तराखण्ड सरकार में कैबिनेट में श्री सतपाल महाराज जी के जन सम्पर्क अधिकारी राय सिंह नेगी ने कहा कि महाराज जी प्रयासों से वर्ष 2020-21 में जीर्ण-शीर्ण मोटर मागों के डामरीकरण हेतु क्षेत्रीय जनता वर्षों से मांग कर रही थी।
इस सम्बन्ध में कुछ दिन पहले महाराज जी ने प्रमुख अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को अपने कार्यालय में बुलाकर क्षेत्र की अधिक से अधिक मोटर मार्गों के डामरीकरण के निर्देश दिये थे जिनमें दमदेवल-गडरी मोटर मार्ग, सलाण ग्राम सम्पर्क मोटर मार्ग, गवाणी-झलपाणी मोटर मार्ग, संगलाकोटी-भैड़गांव मोटर मार्ग, बिजोरापानी-कुण्जखाल-कोलाखाल मोटर मार्ग, ओडगांव-बौन्दरखाल मोटर मार्ग, सतपुली-सिसल्डी मोटर मार्ग, दुधारखाल-वड्डा-ताड़केश्वर मोटर मार्ग, सतपुली-बरसूड़ी मोटर मार्ग, गवाणां-कमलखेत-बन्दूण मोटर मार्ग, मैठाणाघाट-ढौंर-जाखणी- तकुलसारी- रसिया महादेव – सौंपखाल-दिवोली-बन्दरकोट-नौलापुर मोटर मार्ग , कोटा-पिपली मोटर मार्ग, भरपूर-सेम-ग्वाड़-कुलासू मोटर मार्ग, जणदादेवी-मरड़ा-स्योली- अन्दखिल-रीठाखाल मोटर मार्ग, बेरीखाल-मौन्दाणी-बछेली- बग्याली- जणदादेवी मोटर मार्ग, बडोली-बिन्जोली मोटर मार्ग, वैन्डुल-मुसासू-तूनाखाल मोटर मार्गों का डामरीकरण की स्वीकृति प्रदान की गयी। इसके अतिरिक्त महाराज जी के विधान सभा क्षेत्र में राज्य सेक्टर से किर्खू-कोटा- पिपली, खुलेऊ-पिपली- कुमराड़ी- सालकोट मोटर मार्ग का डामरीकरण तथा भगवती तलिया- कमलिया- संराईखेत मोटर मार्ग के कि0मी0 05 में आर0सी0सी0 मोटर सेतु का निर्माण का शासनादेश भी जारी हो चुका है।
यहां के लोग खुल कर कहते हैं कि महाराज जी वोट 2022 में चाहिए या नहीं? आपको नहीं तो आपकी पार्टी के किसी औरनेट को तो चाहिए होंगे न? फिर यहां के लोगों को दरकिनार क्यों करते हो।सुन लेना महाराज, वोट आपको दिया था। देने के लिए और भी बहुत कुछ है हमारे पास।बाकी अब तो सब महाराज को देखना है, पब्लिक नाराज़ है, बहुत नाराज है।

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