आम आदमी पार्टी ने हॉस्टल फीस पर जीएसटी लगाने के केंद्र सरकार के फैसले का किया विरोध

आम आदमी पार्टी ने हॉस्टल फीस पर जीएसटी लगाने के केंद्र सरकार के फैसले का किया विरोध

केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालयों के हॉस्टल फीस पर 12% जीएसटी लगाने के फैसले का आम आदमी पार्टी(आप) ने सख्त विरोध किया है। पार्टी ने इस फैसले को तानाशाही करार दिया और मोदी सरकार पर गरीब छात्रों की पढ़ाई में जानबूझकर बाधा डालने का आरोप लगाया।

बुधवार को चंडीगढ़ पार्टी मुख्यालय में आम आदमी पार्टी पंजाब के यूथ विंग अध्यक्ष व धरमकोट से विधायक दविंदरजीत सिंह लाडी धोंस एवं पंजाब यूथ डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन परमिंदर गोल्डी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस फैसले की निंदा की। 

विधायक दविंदरजीत सिंह लाडी धोंस ने इस फैसले को केंद्र सरकार का तुगलकी फरमान करार दिया और कहा कि मोदी सरकार गरीब छात्रों को शिक्षा से दूर करने के लिए जानबूझकर आर्थिक बोझ डाल रही है। उन्होंने कहा कि हमेशा से शिक्षा को टैक्स से मुक्त रखा गया है, लेकिन मोदी सरकार छात्रों से पैसा वसूलने के नए-नए रास्ते ढूंढ रही है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। 

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी शुरू से शिक्षा को टैक्स मुक्त करने की वकालत करती रही है। इसलिए हम फैसले के सख्त खिलाफ है। हमारी पार्टी की छात्र इकाई 'छात्र युवा संघर्ष समिति'(सीवाईएसएस) इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करेगी और इसे किसी भी कीमत पर पंजाब यूनिवर्सिटी में लागू नहीं होने देगी।

वहीं, मीडिया को संबोधित करते हुए परमिंदर गोल्डी ने कहा कि एक तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान 50 करोड़ की लागत से पंजाब यूनिवर्सिटी में दो हॉस्टल बनवा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ मोदी सरकार हॉस्टल फीस पर जीएसटी लगाकर छात्रों से जबरदस्ती पैसा वसूल कर रही है। 

उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्रों से इस मुहिम में सीवाईएसएस का साथ देने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम हमेशा मुद्दों की राजनीति करते हैं। जिस तरह दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने एक बेहतर शिक्षा मॉडल पेश किया और शिक्षा व्यवस्था में सुधार किया, उसी तरह हम पंजाब यूनिवर्सिटी की शिक्षा व्यवस्था को और बनाने का प्रयास करेंगे।