बहराइच हिंसा आरोपी अब्दुल के घर पर चल सकता है बुलडोजर, 23 घरों में नोटिस चिपकाए, सुबह-सुबह कई लोगों ने दुकानें खाली कीं

बहराइच हिंसा आरोपी अब्दुल के घर पर चल सकता है बुलडोजर, 23 घरों में नोटिस चिपकाए, सुबह-सुबह कई लोगों ने दुकानें खाली कीं

बहराइच हिंसा को आज शनिवार के दिन सात दिन हो गए हैं। लेकिन सात दिन भी बहराइच की सड़कों पर सन्नाटा ही है। जगह-जगह फोर्स तैनात हैष लेकिन इस सन्नाटे और फोर्स तैनाती के बीच कुछ और चल रहा है तो वो है बहराइच में हिंसा वाले क्षेत्र में दुकानों को खाली करने का काम। क्योंकि इन दुकानों के बाहर शाम के वक्त ही पीडब्यूडी ने महाराजगंज में 23 मकानों में नोटिस चस्पा किए हैं इस नोटिस में बताया गया है कि ये दुकानें अतिक्रमण कर बनाई गई हैं और इनको हटा लिया जाए नहीं तो इन पर प्रशासन का बुलडोजर चलेगा। यानी प्रशासन इन्हें हटाएगा। इन 23 मकानों में 20 मुस्लिम और 3 हिंदुओं के मकान हैं। प्रशासन ने तीन दिन का वक्त दिया है। नोटिस का जवाब ना मिलने पर बुलडोजर कार्रवाई हो सकती है। आपको बता दें कि ये ठीक वही जगह है जहां मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा की शुरुआत हुई थी।

अब जिन-जिन घरों-दुकानों के बाहर नोटिस लगाए हुए हैं उनमें से कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें खाली करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि दो से तीन दिन में हालात समान्य हो जाएंगे। उनका कहना है कि राहत की बात ये है कि 14 अक्टूबर के बाद आगजनी को कोई घटना नहीं हुई है।

दूसरी ओर राम गोपाल की पत्नी रोली के बाद उसके पिता कैलाश मिश्रा ने वीडियो जारी किया है जिसमें वो कह रहे हैं कि पुलिस ने जो कार्रवाई की है, उससे संतुष्ट नहीं हूं। जैसे मेरा बेटा मारा गया, वैसे ही आरोपियों को मारा जाए।

आपको बता दें कि 13 अक्टूबर यानी रविवार के दिन दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा भड़की थी। शुक्रवार को पुलिस ने 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया वहीं अब तक मामले में कुल 89 आरोपी पकड़े जा चुके हैं।

नोटिस चस्पा करने या बुलडोजर एक्शन पर PWD के अधिशासी अभियंता ने बयान जारी कर कहा है कि महराजगंज में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही पहले की गई थी। अब महराजगंज चौराहे पर दोबारा अतिक्रमण के चलते विभाग ने यूपी रोड साइड लैंड कंट्रोल एक्ट (रोड सेफ्टी ) के तहत दोबारा अतिक्रम हटाने के लिए नोटिस दिया गया है। ताकि चौराहे पर ट्रैफिक बेहतर हो सके।

वहीं बहराइच हिंसा को लेकर सीएम योगी ने शनिवार को आधा घंटे तक बैठक की। इसमें हिंसा का कारण उपद्रव, नियंत्रण और आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के अपडेट्स लिए। इस मीटिंग में DGP प्रशांत कुमार, ADG अमिताभ यश और गृह विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार मौजूद रहे ।

वहीं इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर भेदभाव किया जा रहा है। इस तरह से अचानक नोटिस देना सही नहीं है। हम लोगों को समय देना चाहिए। लोगों का कहना है कि अगर अतिक्रमण है, तो सभी ने किया होगा। सभी को नोटिस मिलना चाहिए।