कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब में पार्टी नेताओं के खिलाफ मामलों पर पीसीसी से रिपोर्ट मांगी

कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब में पार्टी नेताओं के खिलाफ मामलों पर पीसीसी से रिपोर्ट मांगी

सेवाओं के नियंत्रण पर दिल्ली सरकार को अधिकार देने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले को रद्द करने वाले अध्यादेश के खिलाफ आप द्वारा विपक्षी दलों का समर्थन मांगने की चर्चा के बीच कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) से राज्य सरकार द्वारा पार्टी नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों पर रिपोर्ट मांगी है। 

एआईसीसी के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने पीसीसी प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग से रिपोर्ट मांगी है।

पंजाब कांग्रेस राज्य में आप सरकार पर अपने नेताओं के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाती रही है। रिपोर्ट में पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और भारत भूषण आशु की गिरफ्तारी के अलावा उनके पूर्व विधायक किक्की ढिल्लों की गिरफ्तारी और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी, पूर्व मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा, विधायक बरिंदर मीत पहरा और के खिलाफ चल रही पूछताछ का भी जिक्र है। सुखपाल खेरा के अलावा कई अन्य नेता के नाम भी शामिल हैं।

वारिंग ने कहा कि पिछले साल जो कुछ भी हुआ, उसे पार्टी आलाकमान के संज्ञान में लाया गया।

पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने आप की मदद करने से पहले पार्टी आलाकमान से पंजाब, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, गुजरात और कर्नाटक के नेतृत्व से परामर्श करने का आग्रह किया है।