गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर श्री अकाल तख्त साहिब से नगर कीर्तन निकाला गया

गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर श्री अकाल तख्त साहिब से नगर कीर्तन निकाला गया

अमृतसर में प्रथम पातशाह श्री गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने धार्मिक सोसायटियों और मंडलियों के सहयोग से श्री अकाल तख्त साहिब से नगर कीर्तन का आयोजन किया।

श्री अकाल तख्त साहिब से अरदास के बाद श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्रछाया और पांच प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन सजाया गया, जिसमें सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी और श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पवित्र स्वरूप को स्वर्ण पालकी साहिब में सुशोभित किया गया।

नगर कीर्तन के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की। इस दौरान स्कूली बच्चों, बैंड पार्टियों, शबद चौकी जत्था और गतका पार्टियों ने पूरे उत्साह के साथ नगर कीर्तन में भाग लिया।

नगर कीर्तन के रास्ते में श्रद्धालुओं ने पानी और लंगर से सेवा की। नगर कीर्तन के दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी गुरमुख सिंह और ज्ञानी मलकीत ने सेवा निभाई।


गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर जहां हजारों श्रद्धालु सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब में मत्था टेकेंगे, वहीं शाम को पुरी परिक्रमा में सुंदर दीपमाला होगी और शाम को अलौकिक आतिशबाजी भी होगी। दूर-दूर से संगत आनंद लेने आएगी।


यहां यह भी बता दें कि किसी भी गुरुपर्व से एक दिन पहले नगर कीर्तन किया जाता है, लेकिन एक प्राचीन परंपरा के अनुसार, अगर गुरुपर्व सोमवार को पड़ता है, तो नगर कीर्तन रविवार के बजाय शनिवार को किया जाता है।