पंजाब के कृषि मंत्री ने पीएयू में फसल अवशेष प्रबंधन पर प्रमुख हितधारकों को संबोधित किया

पंजाब के कृषि मंत्री ने पीएयू में फसल अवशेष प्रबंधन पर प्रमुख हितधारकों को संबोधित किया

आईसीएआर-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, लुधियाना और पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के सहयोगात्मक प्रयासों से यहां विश्वविद्यालय परिसर में 'फसल अवशेष प्रबंधन' (सीआरएम) पर प्रमुख हितधारकों के साथ एक परामर्श बैठक बुलाई गई।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक और परिवर्तनकारी हरित क्रांति के चालक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई, जिनका हाल ही में निधन हो गया।

बैठक में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली की राज्य सरकारों के संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), शिक्षा जगत, विभिन्न हितधारक एजेंसियों, किसानों, सामाजिक समूहों और गैर सरकारी संगठनों, कृषि मशीनरी विनिर्माण उद्योगों और बायोमास उद्योग संघों से तिनिधियों ने भाग लिया। 

मुख्य अतिथि, पंजाब सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, एस.गुरमीत सिंह खुडियन ने किसानों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और पीएयू की अनुसंधान और विस्तार सेवाओं की सराहना की, जो किसानों के दरवाजे तक पहुंची और उन्हें हथियारों से लैस किया। 

उन्होंने साझा किया कि कृषि विभाग और पीएयू को अपने प्रयासों को समन्वित करना चाहिए और कृषि विस्तार प्रणाली को पुनर्जीवित करना चाहिए।