शिअद ने सुल्तानपुर लोधी में पत्रकारों की पिटाई और फोन छीनने के दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने और गिरफ्तारी की मांग की

शिअद ने सुल्तानपुर लोधी में पत्रकारों की पिटाई और फोन छीनने के दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने और गिरफ्तारी की मांग की

शिरोमणि अकाली दल ने एफआईआर दर्ज करने और पंजाब पुलिस के उस पुलिसकर्मी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है, जिसने सुल्तानपुर लोधी में गुरुद्वारा अकाल बुंगा पर पंजाब पुलिस के हमले के दौरान न केवल एक पत्रकार और उसके कैमरामैन को पीटा और गंभीर रूप से घायल कर दिया, बल्किपुलिस बल के सभी गलत कार्यों के सबूत नष्ट करने के उद्देश्य से कैमरामैन का मोबाइल फोन भी छीन लिया। 

यहां जारी एक बयान में पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि पंजाब पुलिस, जिसे मुख्यमंत्री भगवंत मान से तड़के गुरुद्वारा साहिब पर हमला करने का आदेश मिला, ने न केवल पत्रकार और उसके कैमरामैन दोनों को पीटा और गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसके परिणामस्वरूप एक के हाथ की उंगलियां बुरी तरह घायल हो गईं और दूसरे को कान की समस्या हो गई, बल्कि पुलिस बल के सभी गलत कामों के सबूत नष्ट करने के मकसद से कैमरामैन का मोबाइल फोन भी छीन लिया।

उन्होंने कहा कि यह और भी चौंकाने वाली बात है कि एसएसपी कपूरथला के बार-बार आदेशों के बावजूद एक एएसआई ने कैमरामैन को फोन वापस देने से साफ इनकार कर दिया है, जिससे साफ पता चलता है कि उसे "ऊपर से आशीर्वाद मिला हुआ है।"

उन्होंने आगे कहा कि पत्रकारों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लोकतंत्र के चौथे स्तंभ और उसकी स्वतंत्रता पर हमला है।

मजीठिया ने कहा कि जब संगत गुरबाणी का पाठ कर रही थी और श्री अखंड पाठ साहिब भी चल रहा था, उसी समय पवित्र गुरुद्वारा साहिब पर हमले का आदेश देने के घृणित कृत्य के लिए इतिहास मुख्यमंत्री भगवंत मान को कभी माफ नहीं करेगा।

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में सिख संगत भगवंत मान द्वारा किए गए इस घिनौने कृत्य को हमेशा याद रखेगी, जो ऑपरेशन ब्लू स्टार जैसा है।