दिल्ली कूच के लिए निकला किसानों का जत्था पीछे हटा, मार्च के दौरान पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, 7 किसान घायल

दिल्ली कूच के लिए निकला किसानों का जत्था पीछे हटा, मार्च के दौरान पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, 7 किसान घायल

आज दोपहर के समय किसानों ने अपना दिल्ली कूच शुरू किया। 101 किसानों के जत्थे ने कंटीली तारों और बैरिकेडिंग को पार किया। इसके बाद उनके सामने सीमेंटेड और जालीनुमा दीवार थी जिसके पार पुलिस खड़ी हुई थी। किसान इस दीवार को पार नहीं कर पाए और जब किसान एक साथ आगे आए तो पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले छोड़ दिए। इन आंसू गैस के गोलों की वजह से सात किसान घायल भी हो गए। जिसके बाद किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने शंभू बॉर्डर से पीछे हटने का फैसला लिया। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि हमारे काफी नेता घायल हुए हैं। हम जत्थे को वापस बुला रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मार्च पर फैसला बाद में लिया जाएगा।

हरियाणा पुलिस की ओर से छोड़े गए आंसू गैस के गोलों के कारण सात किसान घायल हो गए हैं। जत्थे की अगुवाई कर रहे सुरजीत फूल भी चपेट में आ गए हैं। वहीं दो किसानों की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है। उन्हें एंबुलेंस में अस्पताल ले जाया गया है। वहीं किसान आंसू गैस के गोलों से बचने के लिए गीली बोरी का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे जैसे ही गोले गिर रहे हैं किसान गीली बोरी फेंककर धुएं से बचने की कोशिश कर रहे हैं।

आपको बता दें कि शंभू बॉर्डर पर पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात है। पुल के नीचे भी पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के करीब एक हजार जवान तैनात हैं। मौके पर वज्र वाहन और एंबुलेंस भी लगाई गई हैं।

किसानों के दिल्ली कूच पर पहलवान और नेता बजरंग पुनिया की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। बजरंग पुनिया ने कहा कि पहले जब किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर दिल्ली आ रहे थे, तब आपने हल्ला मचाया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर किसान ना आएं, अगर आना है तो पैदल आएं। अब जब किसान पैदल आ रहे हैं, तो आपको इससे भी दिक्कत है। असल में समस्या ट्रैक्टर-ट्रॉली की थी ही नहीं। तुम्हें दिक्कत तो किसानों से है। सच तो यह है कि आप किसानों को उनके हक देना ही नहीं चाहते। लेकिन चिंता मत करिए, किसान अपने हक लेना बखूबी जानते हैं।