तपोबन आपदा में अपनों को खो चुके लोगों में आक्रोश , एनटीपीसी के जीएम को घेरा

तपोबन आपदा में अपनों को खो चुके लोगों में आक्रोश , एनटीपीसी के जीएम को घेरा
फोटो साभार amarujala.com

ऋषिगंगा आपदा में अभी तक 37 शव बरामद हो चुके हैं। 167 लोग अभी भी लापता हैं। वहीं ऋषिगंगा के मुहाने पर झील बनने से एक बार फिर क्षेत्र में बाढ़ के हालात पैदा हो सकते हैं। शासन ने वाडिया, टीएचडीसी, एनटीपीसी और आईआईआरएस को जांच करने का आदेश दिया है। 
परिजनों में भारी आक्रोश
बैराज साइड में दबे हुए शवों को निकालने का कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। इसे लेकर भी परिजनों में भारी आक्रोश बना हुआ है। तपोवन निवासी बसंती देवी डोभाल और शकुंतला देवी का कहना है कि आपदा के पांच दिन बाद भी उनके परिजनों का कोई सुराग नहीं लगा है। परिजनों की आंखों मे आंसू और गुस्सा
वहीं इस आपदा में दो भाईयों को खो चुके रविन्द्र थपलियाल का कहना है कि बैराज साइड में अभी तक शवों को निकालने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि बैराज साइड में कई स्थानों पर खून के निशान भी नजर आ रहे हैं, लेकिन अभी तक इस स्थान पर शवों को निकालने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। 
आपदा प्रभावितों ने किया जमकर हंगामा, एनटीपीसी के जीएम को घेरा
ऋषि गंगा नदी में आये शैलाब के छठवें दिन भी टनल के अंदर फंसे लोगों का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। जिसके चलते परिजनों ने घटना स्थल पर जाकर जमकर हंगामा काटा। लोगों का आरोप है कि घटना के पांच दिन बाद भी अभी तक गुमशुदा लोगों का कोई पता नहीं चल पाया है। यहां पहुंचे परिजनों ने एनटीपीसी व प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहीर की। इस दौरान गुस्साए लोगों ने एनटीपीसी के जीएम को घेर लिया।